
मुजफ्फरपुर: भारतीय भाषा मंच, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के उत्तर बिहार प्रांत के द्वारा 14 सितंबर से चल रहे “स्वभाषा में हस्ताक्षर अभियान” के अंतर्गत आज बी आर अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय , मुज़फ्फरपुर के प्रशासनिक भवन से विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो दिनेश चंद्र राय ने अपनी भाषा में अपना हस्ताक्षर कर इस अभियान को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया और कहा कि सच्चे अर्थों में जब तक अपनी भाषाओं में शिक्षा और जीवन व्यवहार नहीं होगा तब तक सच्चे स्वराज की स्थापना नहीं हो सकती है।

भाषाई स्वराज से ही सांस्कृतिक स्वराज की प्राप्ति होगी और फिर इसी से संपूर्ण स्वराज की बुनियाद रखी जाएगी।कुलपति ने कहा कि जो राष्ट्र अपनी तासीर को भूल जाता है,वह कहीं का नहीं रहता है।भारतीय भाषा मंच के द्वारा देशभर में जो प्रयास चल रहा है वह सराहनीय और अभिनंदन योग्य है।इस अवसर पर भारतीय भाषा मंच के राष्ट्रीय संयोजक और एल. एस कॉलेज मुजफ्फरपुर के प्राध्यापक डॉ राजेश्वर कुमार ने कहा कि भारतीय भाषा मंच हिन्दी दिवस से लेकर आगामी अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस ,21 फरवरी तक इस अभियान को चला रहा है और देश के एक हजार विश्वविद्यालय तक इस अभियान को लेकर जाने की योजना है। डॉ राजेश्वर कुमार ने कहा कि अपनी भाषा में हस्ताक्षर,अपनी भाषा में बातचीत,अपनी भाषा में पत्र व्यवहार जैसी छोटी छोटी गतिविधियों से ही बड़ा बदलाव आयेगा और शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास का भारतीय भाषा मंच इस कार्य के लिए प्रतिबद्ध है।इस महत्वपूर्ण आयोजन में विश्व विद्यालय के प्रॉक्टर प्रो विनय शंकर राय,इंस्पेक्टर ऑफ कॉलेज प्रो राजीव कुमार, एच आर डी सी के निदेशक प्रो राजीव झा,प्रो रजनीश गुप्ता, डॉ पंकज कुमार, डॉ ललित किशोर, डॉ राजेश वर्मा, डॉ मनीष कुमार झा, डॉ प्रशांत कुमार राय, डॉ ललित कुमार राय सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी,प्राध्यापक और शोधार्थी उपस्थित रहे। अंत में भारतीय भाषा मंच,उत्तर बिहार के सह संयोजक डॉ मनीष कुमार झा और डॉ प्रशांत कुमार राय ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।