
बिहार में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत के बाद मद्य निषेध मंत्री रत्नेश सदा ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी विफल नहीं है, बल्कि यह प्रशासनिक विफलता है। सरकार शराब माफियाओं पर सीसीए लगाने की तैयारी कर रही है। मंत्री ने यह भी कहा कि लोगों को शराब के नुकसान के बारे में समझना चाहिए। घटना के संबंध में थानेदार को निलंबित कर दिया गया है और एसआईटी का गठन किया गया है।
Tirhut News Desk: छपरा और सिवान में जहरीली शराब से दर्जनों लोगों की मौत हो गई है और इसको लेकर मद्य निषेध एवं निबंधन विभाग के मंत्री रत्नेश सदा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी कहीं से भी फेल नहीं हैॉ. इसको प्रशासनिक विफलता नहीं मानना चाहिए. रत्नेश सदा ने कहा कि शराब माफियाओं पर सरकार सीसीए लगाने की तैयारी कर रही है. इसको लेकर हम अपने अधिकारियों से और मुख्यमंत्री से भी बात कर रहे हैं.

मंत्री रत्नेश सादा ने कहा कि जैसे ही मुझे सूचना मिली मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग के पदाधिकारी को घटनास्थल पर भेजा है. पदाधिकारी लगातार कैंप कर रहे हैं. एसआईटी का गठन किया गया है. मंत्री रत्नेश सदा ने कहा जहां घटना घटी है उस क्षेत्र के थानेदार को निलंबित कर दिया गया है और विभागीय कार्रवाई भी शुरू हो गई है.उन्होंने कहा कि लोग भी समझे कि शराब सेहत के लिए खराब है. खास करके कच्चा स्प्रिट लोग चुरा कर के पी लेते हैं और यही कारण है कि इस तरह की घटना हो रही है. मंत्री रत्नेश सदा ने कहा कि सिवान में 6 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हुई है जबकि छपरा में दो लोगों की मौत हुई है. 22 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं और तीन लोगों की आंख की रोशनी गई है.