
मुजफ्फरपुर: बाबासाहेब भीमराव अम्बेदकर बिहार विश्वविद्यालय, नालंदा ज्ञानकुंभ में अहम भूमिका निभा रहा है। विश्वविद्यालय 16-18 नवंबर को होने वाले इस ज्ञानकुंभ में अकादमिक सहयोगी और सह-संयोजक के रूप में काम कर रहा है।
ज्ञानकुंभ रथ यात्रा: विश्वविद्यालय 13 नवंबर को एक ज्ञानकुंभ रथ यात्रा निकालेगा। यह यात्रा सीतामढ़ी, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, वैशाली, हाजीपुर होते हुए 15 नवंबर को नालंदा पहुंचेगी।
प्रतियोगिताएं और प्रदर्शनी: विश्वविद्यालय नालंदा ज्ञानकुंभ में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कर रहा है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
विशाल सहभागिता: नालंदा ज्ञानकुंभ में 12 राज्यों के लगभग 150 शैक्षिक संस्थान और 1000 से अधिक शिक्षाविद् भाग लेंगे।
कुलपति का संदेश: विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. दिनेश चंद्र राय ने कहा कि नालंदा ज्ञानकुंभ भारतीय ज्ञान परंपरा की पुनर्स्थापना में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अन्य जानकारी:
नालंदा ज्ञानकुंभ विकसित भारत 2047 के संदर्भ में भारतीय ज्ञान परंपरा और भारतीय भाषाओं की भूमिका पर केंद्रित होगा।
विश्वविद्यालय ने ज्ञानकुंभ के लिए एक समिति गठित की है, जिसने हजारों प्रतियोगियों का पंजीकरण किया है।
