
मुज्जफरपुर: मिशन भारती रिसर्च इन्फॉरमेशन सेंटर और बिहार गुरु के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित एक शोक सभा में लोकप्रिय गायिका Sharda Sinha शारदा सिन्हा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया गया।
डॉ. अविनाश तिरंगा ने कहा कि Sharda Sinha शारदा सिन्हा ने सिर्फ मैथिली, बज्जिका और भोजपुरी ही नहीं, बल्कि हिंदी गीत भी गाए थे। उन्होंने विशेष रूप से छठी माई के गीतों को अपनी आवाज दी थी जिसने उन्हें संगीत की दुनिया में एक अलग मुकाम दिलाया। इसके अलावा, उन्होंने कई हिंदी फिल्मों में भी अपनी मधुर आवाज दी थी।
शारदा सिन्हा Sharda Sinha के निधन को संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया गया है। सभा में उपस्थित सभी लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
शोक सभा में उपस्थित लोग: नंदकिशोर निराला, भुवनेश्वर राय, शशि कुमार गुप्ता, लखेनंद्र कुमार राय, लालबाबू राय, बीरेन्द्र कुमार, हरिश्चन्द्र कुमार और पप्पू कुमार सहित शारदा सिन्हा के कई प्रशंसक मौजूद थे।
मुख्य बिंदु:
शोक सभा: मिशन भारती और बिहार गुरु द्वारा आयोजित
कारण: Sharda Sinha शारदा सिन्हा का निधन
डॉ. अविनाश तिरंगा: शारदा सिन्हा की प्रशंसा की और उनके योगदान को याद किया
श्रद्धांजलि: दो मिनट का मौन रखकर
उपस्थित लोग: Sharda Sinha शारदा सिन्हा के प्रशंसक और सहकर्मी
Sharda Sinha शारदा सिन्हा एक प्रसिद्ध लोक गायिका थीं और उनके निधन से संगीत जगत को बड़ा झटका लगा है। यह खबर उनके प्रशंसकों और संगीत प्रेमियों के लिए दुखद है।
