
स्कूली बसों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। जिला परिवहन पदाधिकारी स्वप्निल ने स्कूली बसों की जांच के लिए एक अभियान शुरू किया है, जिसमें विभिन्न सार्वजनिक और महत्वपूर्ण स्थलों पर वाहन चेकिंग की जा रही है।
इस अभियान के दौरान, 17 स्कूली वाहनों से 3,00548 रुपये की दंड राशि वसूली गई है। श्री स्वप्निल ने बताया कि यह अभियान नियमित रूप से चलाया जाएगा और विद्यालय के वाहनों की सख्ती से जांच की जाएगी।
उन्होंने कहा कि स्कूली बसों के लिए मानक तय किए गए हैं और सुरक्षा के विभिन्न मानकों का अनुपालन नहीं करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। नियम विरुद्ध वाहन परिचालन पर लगाम लगाने की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा पूरी सख्ती बरतने का अभियान शुरू कर दिया गया है।
स्कूली बस सुरक्षा अभियान: मुख्य बिंदु
* कारण: स्कूली बस दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी
* कदम: जिला प्रशासन ने सख्त निर्देश जारी किए
* अभियान: जिला परिवहन पदाधिकारी ने वाहन जांच अभियान शुरू किया
* परिणाम: 17 स्कूली वाहनों से 3,00,548 रुपये का जुर्माना वसूला गया
* आगे की कार्रवाई: नियमित जांच, सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य, नियम विरुद्ध वाहन चालकों, मालिकों और स्कूल संचालकों पर कड़ी कार्रवाई
यह अभियान क्यों महत्वपूर्ण है?
* बच्चों की सुरक्षा: यह अभियान बच्चों को सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए है.
* सड़क सुरक्षा: यह सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करेगा.
* जिम्मेदारी: यह स्कूलों, वाहन मालिकों और चालकों को अपनी जिम्मेदारी याद दिलाता है.
आम लोगों के लिए क्या संदेश है?
* जागरूक रहें: स्कूली बसों की स्थिति और सुरक्षा मानकों के बारे में जागरूक रहें.
* शिकायत करें: अगर आपको कोई गड़बड़ी दिखती है तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें.
* सहयोग करें: इस अभियान में प्रशासन का सहयोग करें.
यह अभियान बच्चों की सुरक्षा के लिए एक सकारात्मक कदम है. उम्मीद है कि इससे स्कूली बस दुर्घटनाओं में कमी आएगी.