
मुजफ्फरपुर: जीविका दीदियों ने एक बार फिर नशा मुक्ति के लिए अपना संकल्प दोहराया है। नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर जिले के सभी प्रखंडों में जीविका दीदियों ने जोरदार रैली निकाली। इस रैली में हजारों की संख्या में दीदियाँ शामिल हुईं और नशा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
2016 में जीविका दीदियों के आवाहन पर ही पूरे बिहार में शराबबंदी लागू की गई थी। आज 8 साल बाद भी जीविका दीदियाँ नशा मुक्ति के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने बताया कि शराबबंदी के बाद से घरेलू हिंसा में काफी कमी आई है और कई परिवार टूटने से बच गए हैं।

जीविका दीदियाँ न केवल शराब बल्कि अन्य सभी तरह के नशीले पदार्थों के खिलाफ जागरूकता फैला रही हैं। उन्होंने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है और इससे समाज का हर वर्ग प्रभावित होता है।
मुजफ्फरपुर के नगर भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में जीविका डीपीएम अनीशा ने कहा कि जीविका दीदियाँ नशा मुक्ति अभियान की रीढ़ की हड्डी हैं। उन्होंने सभी दीदियों को इस अभियान में और अधिक सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।
