
Muzaffarpur News/ तिरहूत न्यूज: रामदयालु सिंह महाविद्यालय के स्नातकोत्तर इतिहास विभाग ने हाल ही में “इतिहास विषय में असाइनमेंट राइटिंग” पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया। इस वर्कशॉप का उद्देश्य छात्रों को इतिहास विषय में असाइनमेंट लिखने की बारीकियों से अवगत कराना था।
वर्कशॉप में क्या हुआ:
असाइनमेंट लेखन की चुनौतियाँ: विभाग के शिक्षकों ने बताया कि असाइनमेंट लिखना छात्रों के लिए एक बौद्धिक चुनौती है। यह उन्हें स्पष्ट रूप से सोचने, शोध करने और अपने विचारों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने की क्षमता विकसित करने में मदद करता है।
असाइनमेंट का ढांचा: शिक्षकों ने असाइनमेंट के विभिन्न भागों जैसे परिचय, मुख्य भाग, निष्कर्ष, संदर्भ और परिशिष्ट के बारे में विस्तार से बताया।
असाइनमेंट लिखने की प्रक्रिया: वर्कशॉप में असाइनमेंट लिखने की पूरी प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से समझाया गया। इसमें विषय का चयन, शोध, डेटा संग्रह और लेखन शामिल है।
असाइनमेंट रीडिंग: छात्रों को असाइनमेंट रीडिंग की तकनीकों के बारे में भी बताया गया।
छात्रों की प्रस्तुतियाँ: कई छात्रों ने इतिहास के विभिन्न विषयों पर अपने असाइनमेंट प्रस्तुत किए और उन पर चर्चा की।
विभाग के शिक्षकों के विचार: विभाग के सभी शिक्षकों ने वर्कशॉप में अपने विचार रखे और छात्रों के सवालों के जवाब दिए।
क्यों है यह वर्कशॉप महत्वपूर्ण:
यह वर्कशॉप छात्रों के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उन्हें इतिहास विषय में स्वतंत्र रूप से शोध करने और लिखने की क्षमता विकसित करने में मदद करता है। यह उनके शैक्षणिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु:
वर्कशॉप में असाइनमेंट में निश्चित प्रश्न सूत्र – क्या, कब, कहां, क्यों और कैसे पर विशेष जोर दिया गया।
शिक्षकों ने छात्रों को साक्ष्यों के महत्व पर भी जोर दिया।
वर्कशॉप का उद्देश्य छात्रों को असाइनमेंट लिखने के लिए एक ठोस आधार प्रदान करना था।
यह वर्कशॉप रामदयालु सिंह महाविद्यालय के इतिहास विभाग द्वारा छात्रों के लिए आयोजित एक सराहनीय प्रयास है।