
दिल्ली विधानसभा चुनाव के रुझानों में भाजपा 27 साल बाद सत्ता में वापसी करती दिख रही है। 2 घंटे की मतगणना के बाद चुनाव आयोग के आंकड़ों में 70 सीटों में से भाजपा 46 और आम आदमी पार्टी (AAP) 24 सीटों पर आगे चल रही है।
दिल्ली के वोटर्स ने आम आदमी पार्टी (AAP) को सत्ता से बाहर कर दिया है. मतगणना के अब तक के रुझान यही बताते हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कई सीटों पर अच्छी-खासी बढ़त बना ली है. बीजेपी फिलहाल 40 से अधिक सीटों पर आगे चल रही है. बीजेपी पिछले 27 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर थी. वहीं, 2015 से दिल्ली की सत्ता पर काबिज रही AAP के बड़े चेहरे भी हार की ओर हैं. अरविंद केजरीवाल, आतिशी, मनीष सिसोदिया समेत AAP के बड़े नेता अपनी सीटों पर पीछे चल रहे हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या AAP वापसी कर पाएगी या BJP दिल्ली में नया इतिहास रचती है. ताजा रुझानों और नतीजों के लिए बने रहिए
रुझानों के दिल्ली भाजपा मुख्यालय पर जश्न शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 7 बजे भाजपा मुख्यालय जाएंगे। भाजपा 27 साल बाद सत्ता में वापसी करती दिख रही है। इससे पहले भाजपा ने 1993 में भाजपा ने दिल्ली में सरकार बनाई थी। तब भाजपा ने 49 सीटें जीतीं और 5 साल में 3 CM बनाए थे।
रुझानों में AAP संयोजक केजरीवाल नई दिल्ली सीट पर 1170 वोट से पीछे चल रहे हैं। भाजपा के प्रवेश वर्मा आगे हैं। दिल्ली दंगों वाली सीट मुस्तफाबाद सीट पर भाजपा के मोहन बिष्ट 40 हजार वोटों से आगे हैं। दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन चौथे नंबर पर हैं।
दिल्ली में 5 फरवरी को 70 सीटों पर 60.54% मतदान हुआ था। 14 एग्जिट पोल आए। 12 में भाजपा और 2 में केजरीवाल की सरकार बनने का अनुमान जताया गया।
2020 में केजरीवाल तीसरी बार CM बने थे, लेकिन शराब घोटाले में जेल से बाहर आने के बाद इस्तीफा दे दिया। वे 4 साल 7 महीने और 6 दिन CM रहे। इसके बाद उन्होंने आतिशी को CM बनाया।
दिल्ली चुनाव के रुझानों पर अन्ना हजारे ने कहा कि चुनाव लड़ते समय उम्मीदवार को आचार शुद्ध होना, विचार शुद्ध होना, जीवन निष्कलंक और त्याग होना जरूरी है। अगर ये गुण उम्मीदवार में हैं तो मतदाताओं को उन पर विश्वास होता है। मैं बार-बार बताता गया, लेकिन उनके दिमाग में नहीं आया और वे शराब को ले आए। शराब यानी धन-दौलत से वास्ता हो गया।
दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम और अरविंद केजरीवाल की हार पर उनके (केजरीवाल के) गुरु और सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने बड़ा बयान दिया है. अन्ना हजारे ने परोक्ष रूप से कहा है कि अरविंद केजरीवाल रास्ते से भटक गये. इसलिए उनको कम वोट मिल रहे हैं. अन्ना ने कहा, ‘मैं लंबे समय से कह रहा हूं कि चुनाव लड़ते समय उम्मीदवार के पास चरित्र होना चाहिए, अच्छे विचार होने चाहिए और उसकी छवि पर कोई दाग नहीं होना चाहिए. लेकिन, उन्होंने (आम आदमी पार्टी) ऐसा नहीं किया. वे शराब और पैसे में उलझ गए – इससे उनकी (अरविंद केजरीवाल) छवि को धक्का लगा और इसीलिए उन्हें चुनाव में कम वोट मिल रहे हैं. लोगों ने देखा कि वह (अरविंद केजरीवाल) चरित्र की बात करते हैं, लेकिन शराब घोटाला में शामिल हो जाते हैं. राजनीति में आरोप लगते रहते हैं.’ किसी को यह साबित करना होगा कि वह दोषी नहीं है. जब एक बैठक हुई, तो मैंने फैसला किया कि मैं पार्टी का हिस्सा नहीं बनूंगा – और मैं उस दिन से दूर रहा.’
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