
मुज़फ्फरपुर: अंजुमन नदाए अदब के तत्वावधान में मुज़फ्फरपुर के होटल दी पार्क में युवा लेखक असलम रहमानी की पुस्तक “नुक़ुश-ए-अदब” का भव्य विमोचन समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि बिहार विधान परिषद के सदस्य कारी सोहैब ने कहा कि उर्दू प्रेम की भाषा है और इसे दबाने की हर कोशिश इसे और मजबूत बनाएगी।
बिहार लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष इम्तियाज अहमद करीमी ने असलम रहमानी की उपलब्धि को युवाओं के लिए प्रेरणा बताया। कौमी तनज़ीम के प्रधान संपादक एस.एम. अशरफ फरीद और प्रोफेसर फारूक अहमद सिद्दीकी ने भी असलम की लेखनी की सराहना की। प्रो. सिद्दीकी ने उनके शिक्षक और नीतिश्वर कॉलेज के उर्दू विभागाध्यक्ष कामरान ग़नी सबा के योगदान की भी प्रशंसा की।
मौलाना मज़हरुल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के पूर्व प्रो-वाइस चांसलर प्रो. तौकीर आलम ने पुस्तक की भाषा को स्पष्ट और परिष्कृत बताया, जबकि प्रसिद्ध पत्रकार डॉ. रेहान ग़नी ने उर्दू के प्रचार-प्रसार में महिलाओं की भूमिका पर जोर दिया। पुस्तक पर विस्तृत समीक्षा डॉ. आरिफ़ हसन वस्तवी ने प्रस्तुत की और मंच संचालन जमील अख्तर शाफिक ने किया।
इस अवसर पर मीना तिवारी, अशरफ नबी कैसर, डॉ. मतीउर्रहमान अज़ीज़, आलीशान तैमी, डॉ. अल्तमश दाऊदी, खालिद रहमानी, नीकहत हसन, रुकैया मुज़फ्फरपुरी, शहाबुद्दीन और बड़ी संख्या में विद्वान, छात्र-छात्राएं और उर्दू प्रेमी उपस्थित थे।