
Bihar News: बिहार के दरभंगा जिले के तारडीह प्रखंड अंतर्गत लगमा गांव स्थित ब्रह्मचर्य आश्रम में 1 मार्च से 16 मार्च तक चलने वाले लक्षचंडी महायज्ञ एवं अति विष्णु महायज्ञ की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शनिवार को कलश यात्रा के साथ यज्ञ का शुभारंभ हुआ, जिसमें करीब 1500 कन्याओं ने भाग लिया।
यज्ञ की भव्यता और धार्मिक अनुष्ठान
इस महायज्ञ के लिए विशाल मंडप बनाया गया है, जिसमें 108 हवन कुंड स्थापित किए गए हैं। देशभर से 2100 विद्वान पंडित इस यज्ञ में हवन, पूजा और पाठ करेंगे। यह आयोजन विश्व कल्याण और धार्मिक संस्कृति के संरक्षण के उद्देश्य से किया जा रहा है।
पंडित धीरेन्द्र शास्त्री की उपस्थिति
बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेन्द्र शास्त्री इस महायज्ञ में 11, 12 और 13 मार्च को शामिल होंगे। उनके आगमन को लेकर भक्तों में जबरदस्त उत्साह है।
प्रशासनिक तैयारियां
कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। एसडीओ विकास कुमार ने बताया कि:
“श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक इंतज़ाम कर दिए गए हैं। पुलिस बल, चिकित्सा सुविधा और अग्निशमन टीम मुस्तैद रहेगी।”
• श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है।
• अग्निशमन विभाग को आवश्यक तैयारियों के लिए सूचित कर दिया गया है।
• चिकित्सीय सुविधा के लिए एक मेडिकल टीम तैनात रहेगी।
• सुरक्षा के मद्देनजर 200 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
आयोजन समिति का बयान
आयोजन समिति के अध्यक्ष श्रीकृष्ण मोहन दास ब्रह्मचारी ने बताया कि यह अद्वितीय और भव्य धार्मिक आयोजन होगा, जिसमें सीताराम और विष्णु भगवान की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा भी की जाएगी। देशभर के धार्मिक स्थलों से आए पंडितों और विद्वानों का समागम इसे विशेष बना रहा है।
“यह आयोजन विश्व कल्याण के लिए किया जा रहा है। लक्षचंडी और अति विष्णु महायज्ञ में देशभर के विद्वान पंडित शामिल हो रहे हैं, और भगवान सीताराम व विष्णु की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी। यह एक ऐतिहासिक धार्मिक अनुष्ठान होगा।”
तिरहूत न्यूज इस ऐतिहासिक आयोजन की विस्तृत कवरेज करेगा। ताजा अपडेट के लिए हमारे यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम और वेबसाइट से जुड़े रहें।