
मुजफ्फरपुर | तिरहूत न्यूज डेस्क
मुजफ्फरपुर में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बाबा गरीबनाथ मंदिर कॉरिडोर के निर्माण को मंजूरी दे दी गई है। इसे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। नगर निगम बोर्ड की बैठक में शनिवार को इस प्रस्ताव को पारित किया गया, जिसमें केंद्रीय राज्य मंत्री सह सांसद डॉ. राजभूषण चौधरी भी मौजूद थे।
अब राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा, जिसके बाद विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने की प्रक्रिया शुरू होगी। इस परियोजना के तहत बाबा गरीबनाथ मंदिर को ऐतिहासिक साहू पोखर से जोड़ा जाएगा, जिससे यह क्षेत्र धार्मिक पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएगा।
परियोजना से मुजफ्फरपुर को होगा बड़ा लाभ
• श्रावण मास में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ : हर साल श्रावण मास में लाखों श्रद्धालु पहलेजा घाट से जल भरकर बाबा गरीबनाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए आते हैं। कॉरिडोर बनने से उन्हें बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
• स्थानीय व्यवसायों को फायदा : इस परियोजना से होटल, रेस्टोरेंट, दुकानें और अन्य स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा।
• साहू पोखर का भी होगा पुनर्विकास : मंदिर के पास स्थित ऐतिहासिक साहू पोखर, जहां महादेव का पुराना मंदिर है, उसे भी विकसित किया जाएगा।
महापौर निर्मला साहू का कहना है कि मुजफ्फरपुर उत्तर बिहार की अघोषित राजधानी है और इस तरह की पहल से शहर को नई पहचान मिलेगी।
नगर निगम का बड़ा फैसला: सफाई एजेंसियां हटेंगी, कर्मियों का वेतन बढ़ेगा
नगर निगम बोर्ड ने 1000 से अधिक सफाई कर्मियों की आपूर्ति करने वाली आउटसोर्सिंग एजेंसियों को हटाने का फैसला लिया है। यह निर्णय उन एजेंसियों के खिलाफ मिली शिकायतों और घोटालों के प्रमाणों के आधार पर लिया गया है।
साथ ही, संविदा पर कार्यरत सफाई कर्मियों के वेतन को बढ़ाकर 634 रुपये प्रतिदिन करने का निर्णय भी लिया गया। पार्षद संजय केजरीवाल के इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से मंजूरी मिल गई है।
सरकार देगी पर्याप्त फंडिंग
राज्य और केंद्र सरकार मिलकर इस परियोजना को वित्तीय सहायता देंगी। इससे मुजफ्फरपुर जल्द ही एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में उभर सकता है।
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