
प्रशांत किशोर का पीएम मोदी पर बड़ा हमला, बोले – बिहार में शराबबंदी अगर इतना अच्छा और प्रभावी है तो मोदी जी पूरे देश और भाजपा शासित राज्यों में भी लागू क्यों नहीं करते?
मोतिहारी (पूर्वी चंपारण): जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर अपनी जन सुराज उद्घोष यात्रा के तहत 6 मार्च को पूर्वी चंपारण पहुंचे, जहां उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान जब उनसे विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यदि पार्टी तय करेगी, तो वे चुनाव जरूर लड़ेंगे। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि राघोपुर से किसी कार्यकर्ता ने उनके नाम से चुनाव लड़ने के लिए आवेदन दिया है।
गौरतलब है कि राघोपुर सीट से वर्तमान विधायक बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव हैं और यह सीट लालू परिवार का गढ़ मानी जाती है। ऐसे में अगर प्रशांत किशोर यहां से चुनाव लड़ते हैं, तो यह मुकाबला काफी दिलचस्प हो सकता है।
पीके का पीएम मोदी पर तीखा हमला – “बिहार में शराबबंदी से सिर्फ दुकानें बंद, शराब नहीं”
प्रशांत किशोर ने बिहार में लागू शराबबंदी को लेकर केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर बिहार में शराबबंदी इतनी अच्छी और प्रभावी है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे पूरे देश में लागू क्यों नहीं कर देते?
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा,
“कम से कम उत्तर प्रदेश में ही शराबबंदी लागू कर के देख लें, यह मिठाई सिर्फ बिहारवासियों को ही क्यों दी जा रही है?”
पीके ने दावा किया कि बिहार में शराबबंदी के नाम पर सिर्फ दुकानें बंद हुई हैं, शराब नहीं। राज्य में धड़ल्ले से होम डिलीवरी की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस शराबबंदी के चलते बिहार को हजारों-लाखों करोड़ का नुकसान हो रहा है, और इस पैसे का फायदा नेताओं, अफसरों और माफियाओं को मिल रहा है।
शराबबंदी को लेकर पीके का यह बयान निश्चित रूप से बिहार की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे सकता है।