
सारण: जन सुराज उदघोष यात्रा के तहत प्रशांत किशोर एक दिवसीय दौरे पर सारण पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत हुआ। उन्होंने मढ़ौरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिहार की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर जमकर निशाना साधा।
जात और भात की राजनीति पर हमला
प्रशांत किशोर ने कहा, “लालू और नीतीश ने 35 वर्षों तक जनता को जात-पात में उलझाकर रखा, जबकि प्रधानमंत्री मोदी 5 किलो अनाज देकर वोट बटोर रहे हैं। जब तक बिहार के लोग अपने असली मुद्दों—शिक्षा और रोजगार—पर ध्यान नहीं देंगे, तब तक हालात नहीं बदलेंगे।”
उन्होंने जनता से अपील की कि वे वोट डालने से पहले अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोचें और विकास की राजनीति को प्राथमिकता दें।
गुजरात विकास मॉडल पर सवाल
प्रशांत किशोर ने पीएम मोदी के विकास मॉडल पर तंज कसते हुए कहा, “बिहार के लोगों ने गुजरात की विकास की कहानी सुनकर मोदी जी को वोट दिया, लेकिन अब उनके बच्चे गुजरात में मजदूरी कर रहे हैं और वहां विकास हो रहा है। अगर बिहार को आगे बढ़ाना है तो जाति की राजनीति से ऊपर उठकर सोचने की जरूरत है।”
बंद पड़ी चीनी मिल और जातिगत राजनीति
पीके ने मढ़ौरा की चीनी मिल का भी मुद्दा उठाया और कहा, “यह मिल सालों से बंद पड़ी है, लेकिन जाति के नाम पर नेता लगातार जीत रहे हैं। जब तक वोट विकास के आधार पर नहीं पड़ेंगे, तब तक बिहार की स्थिति नहीं सुधरेगी।”
जनता से जागरूक होने की अपील
प्रशांत किशोर ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार में बदलाव तभी संभव है जब लोग अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोचकर मतदान करें। उन्होंने जन सुराज को एक नए विकल्प के रूप में अपनाने की अपील की।
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