
पटना। जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर (PK) ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर तंज कसते हुए कहा कि बच्चों की चिंता करना कोई लालू जी से सीखे। उन्होंने कहा, “लालू जी इतने अच्छे पिता हैं कि उनका बेटा 9वीं पास भी नहीं कर सका, फिर भी वे उसे बिहार का राजा बनाना चाहते हैं।”
PK ने लालू यादव का उदाहरण देते हुए बिहार की जनता को संबोधित किया और कहा कि राज्य के आम लोग अपने बच्चों की शिक्षा और भविष्य को लेकर गंभीर नहीं हैं। उन्होंने कहा, “बिहार के लाखों युवा BA, MA करने के बावजूद बेरोजगार हैं, लेकिन उनके माता-पिता को इसकी चिंता नहीं। दूसरी ओर, लालू जी को देखिए, उन्होंने अपने बेटे को 9वीं पास कराने की भी जरूरत नहीं समझी, फिर भी वे चाहते हैं कि वह मुख्यमंत्री बने।”
PK ने जातिवाद और धर्म की राजनीति पर भी निशाना साधा और कहा कि बिहार के लोग असली मुद्दों को छोड़कर इन्हीं चीजों में उलझे हुए हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे अपने बच्चों के भविष्य को लेकर जागरूक हों और सही नेतृत्व चुनने के बारे में सोचें।
राजनीति में शिक्षा बनाम परिवारवाद का मुद्दा
PK का यह बयान बिहार की राजनीति में परिवारवाद बनाम योग्यता को लेकर एक नई बहस छेड़ सकता है। लालू परिवार पर पहले भी वंशवाद को लेकर सवाल उठते रहे हैं, वहीं PK लगातार बिहार में शिक्षा और रोजगार को लेकर जनता को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या बिहार की जनता इस सच्चाई को स्वीकार करेगी?
PK का यह बयान एक कड़वी सच्चाई की ओर इशारा करता है कि बिहार में आज भी शिक्षा और रोजगार से ज्यादा जाति और धर्म की राजनीति हावी है। अब देखना यह होगा कि जनता इस कटाक्ष को कैसे लेती है—एक चेतावनी के रूप में या फिर इसे भी राजनीति की एक चाल समझकर नजरअंदाज कर देती है।