
मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर जंक्शन से मंदिर को हटाए जाने के विरोध में आज हिंदू संगठनों ने शहर बंद का आह्वान किया, जिसका असर पूरे शहर में दिखने लगा है। शहर के प्रमुख बाजारों में दुकानें बंद हैं, और हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
मंदिर पुनर्स्थापना की मांग
हिंदू संगठनों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि हटाए गए मंदिर की पुनर्स्थापना की जाए, पुरानी मूर्तियों को लौटाया जाए, और मंदिर के लिए 5 कट्ठा जमीन दी जाए। संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे आगे रेलवे चक्का जाम करेंगे।
वैभव मिश्रा का बयान
हिंदूवादी नेता वैभव मिश्रा ने कहा, “रेलवे प्रशासन ने हमारे मंदिर को तोड़ दिया और अष्टधातु की करोड़ों की मूर्तियां चोरी कर लीं। इस अन्याय के खिलाफ आज पूरा मुजफ्फरपुर सड़क पर उतरा है। लोग स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान बंद कर विरोध जता रहे हैं।”
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मुजफ्फरपुर पुलिस प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 67 स्थानों पर करीब 700 पुलिसकर्मियों की तैनाती की है। इसके अलावा, मजिस्ट्रेट और रेलवे पुलिस को भी तैनात किया गया है। वरीय पुलिस अधिकारी स्वयं जुलूस के साथ चल रहे हैं, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति न बने।
बंद का असर
शहर के सरैयागंज टावर, सोनार पट्टी, अखाड़ाघाट रोड, कल्याणी, छोटी कल्याणी समेत अन्य प्रमुख बाजारों में कारोबार ठप है। सुबह से ही दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान नहीं खोले, जिससे सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है।
इस मामले में रेलवे प्रशासन की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। वहीं, प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। अगर समाधान नहीं निकला, तो आने वाले दिनों में यह आंदोलन और उग्र हो सकता है।