
➡ अप्रैल के प्रथम सप्ताह में पुल चालू करने का वादा, अब तक कार्य ठप
➡ राज्य कैबिनेट से मिली थी स्वीकृति, अब कोई झांकने तक नहीं जा रहा
➡ 12 करोड़ से बनना है एप्रोच पथ, 10 साल बाद भी अधूरा पुल
मुजफ्फरपुर: बहुप्रतीक्षित चंदवारा पुल के चालू होने का इंतजार लंबा होता जा रहा है। अप्रैल के प्रथम सप्ताह में पुल को शुरू करने की डेडलाइन दी गई थी, लेकिन अब तक एप्रोच पथ का निर्माण भी शुरू नहीं हुआ। हालत यह है कि मिट्टी भराई का काम तक अधूरा है, और निर्माण कार्य पूरी तरह ठप पड़ा है।
7 साल से बनकर तैयार, फिर भी चालू नहीं!
चंदवारा पुल सात साल पहले ही बनकर तैयार हो चुका था, लेकिन भूमि अधिग्रहण, मुआवजा विवाद और विभागीय लापरवाही के कारण इसे चालू नहीं किया जा सका। अब तक दर्जनों बार डेडलाइन फेल हो चुकी है, लेकिन पुल निर्माण विभाग और प्रशासन इसकी सुध लेने तक नहीं आ रहा।
मुख्यमंत्री के दौरे से पहले दिखी थी हलचल, फिर सब शांत
जनवरी में मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान युद्धस्तर पर रंगाई-पुताई और मिट्टी भरने का काम किया गया। उस समय अधिकारियों और पदाधिकारियों की भीड़ लगी रही, लेकिन अब पुल को देखने तक कोई नहीं जा रहा।
12 करोड़ से होना है एप्रोच पथ निर्माण, 2.9 किमी लंबी नई सड़क भी अधर में
पुल के एप्रोच पथ का निर्माण करीब 12 करोड़ रुपये की लागत से किया जाना है, लेकिन कार्य शुरू ही नहीं हुआ। इसके अलावा, दरभंगा रोड से चंदवारा पुल को जोड़ने के लिए 120 करोड़ की लागत से 2.9 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने की योजना बनी, लेकिन न टेंडर निकला, न काम शुरू हुआ।
अधिकारियों की चुप्पी!
इस संबंध में जब पुल निर्माण विभाग के वरीय परियोजना अभियंता से संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। इससे साफ है कि विभाग इस प्रोजेक्ट को लेकर बिल्कुल गंभीर नहीं है।
➡ सवाल यह है कि आखिर कब तक जनता को सिर्फ वादे और डेडलाइन दी जाती रहेंगी?
➡ क्या यह पुल भी सरकारी लापरवाही की भेंट चढ़ जाएगा?
तिरहूत न्यूज की टीम इस मुद्दे पर लगातार नज़र बनाए हुए है।