पति की सच्चाई सामने आने के बाद पत्नी ने तोड़ा रिश्ता, पंचायती में अलग हुए दोनों पक्ष

Tirhut News

मुजफ्फरपुर: जिले के औराई थाना क्षेत्र में एक महिला ने अपने पति का सच सामने आने के बाद उसे छोड़ने का फैसला कर लिया। 24 वर्षीय रीता देवी ने पंचायत के सामने अपने पति सुशील सहनी से अलग होने का ऐलान किया। रीता का आरोप था कि शादी के बाद उसे पता चला कि सुशील पहले भी दो बार शादी कर चुका है और दोनों पत्नियां उसे छोड़ चुकी हैं।

कैसे हुआ विवाद?

मधुबनी जिले की रीता देवी की दोस्ती विस्था गांव के रहने वाले सुशील सहनी (30) से हुई थी। दोनों की दोस्ती प्यार में बदली और 2024 में पुपरी मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली। शुरू में सबकुछ ठीक चला, लेकिन पांच महीने बाद रीता को पता चला कि सुशील पहले भी दो बार शादी कर चुका है। जब रीता ने इस बारे में सुशील से सवाल किया, तो उसने कोई जवाब नहीं दिया। धीरे-धीरे दोनों के बीच झगड़े बढ़ने लगे।

रीता का कहना है कि सुशील शराब पीकर घर आता और उसके साथ मारपीट करता था। कई बार उसने रीता का मांग धो दिया और मंगलसूत्र तक तोड़ दिया। इस बर्ताव से परेशान होकर रीता अपने मायके चली गई।

पति ने माफी मांगी, लेकिन पत्नी नहीं मानी

रीता जब वापस आने को तैयार नहीं हुई तो सुशील बार-बार उसे मनाने की कोशिश करता रहा। आखिरकार, रीता ने पंचायत से मदद मांगी। 24 मार्च को पंचायत के मुखिया पप्पू सहनी की अगुवाई में दोनों पक्षों के बीच पंचायती हुई। पंचायत में सुशील ने अपनी गलती स्वीकार की और रीता से माफी मांगी। उसने रीता के माता-पिता और भाई का भी पैर पकड़ा, लेकिन रीता ने साथ रहने से साफ इनकार कर दिया।

पंचायत में हुआ फैसला

पंचायत के दौरान रीता ने साफ कहा कि वह सुशील के साथ नहीं रह सकती क्योंकि उसने झूठ बोलकर शादी की थी और उसके साथ गलत व्यवहार किया। पंचायत ने दोनों को अलग करने का निर्णय लिया और रीता को उसके दहेज के सामान के साथ मायके भेज दिया।

रीता का बयान:

“पति को पत्नी से झूठ नहीं बोलना चाहिए। झूठ के आधार पर कोई भी रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं चलता। सुशील को शादी करने का शौक है, लेकिन वह पत्नी को पालने की औकात नहीं रखता।”

सुशील का बयान:

“हमने गलती की, लेकिन अब पछता रहे हैं। मैंने माफी मांगी, लेकिन रीता और उसके परिवार ने हमें माफ नहीं किया।”

मुखिया पप्पू सहनी का बयान

मुखिया ने बताया कि पंचायत में दोनों पक्षों को बुलाया गया था। लड़की के परिजनों ने स्पष्ट कर दिया कि वे रीता को अब वापस नहीं भेजेंगे। पंचायती के बाद रीता को उसका सामान लौटा दिया गया और उसे मायके भेज दिया गया।

इस घटना के बाद गांव में चर्चा है कि शादी जैसे रिश्ते में पारदर्शिता और सच्चाई का होना जरूरी है। झूठ और हिंसा पर टिका कोई भी रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं चल सकता।

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