
पटना: कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने बिहार में शिक्षा, रोजगार और सामाजिक कल्याण से जुड़े कई अहम मुद्दों को उठाते हुए राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कन्हैया कुमार की यात्रा का समर्थन करते हुए बीजेपी पर असली मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया।
कन्हैया कुमार के मुख्य आरोप:
• शिक्षकों का वेतन न मिलना: कन्हैया कुमार ने कहा कि बिहार के शिक्षक समय पर वेतन नहीं मिलने से परेशान हैं, जिससे शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
• LNMU में लाइब्रेरियन की भर्ती नहीं: उन्होंने बताया कि 2008 से ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (LNMU) में लाइब्रेरियन की कोई भर्ती नहीं हुई, जिससे विद्यार्थियों को पर्याप्त अध्ययन सामग्री नहीं मिल पा रही।
• खेल कोटे से नौकरी खत्म करना: कन्हैया कुमार ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने खेल कोटे के तहत नौकरी के अवसर बंद कर दिए हैं, जिससे खेल प्रतिभाओं के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं।
• डोमिसाइल नीति की कमी: बिहार में डोमिसाइल नीति लागू नहीं होने के कारण दिव्यांगों को सरकारी नौकरियों में अवसर नहीं मिल पा रहे हैं, जो उनके अधिकारों का हनन है।
• पोलो ग्राउंड पर सेना की तैयारी में दिक्कतें: पोलो ग्राउंड पर होने वाले आयोजनों के कारण सेना भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं को अभ्यास में परेशानी हो रही है।
पवन खेड़ा का बीजेपी पर हमला:
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि कन्हैया कुमार जो मुद्दे उठा रहे हैं, वे बिहार के युवाओं और छात्रों के हित से जुड़े हैं। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा:
• “बीजेपी की साजिश जनता को असली मुद्दों से भटकाने की है। बेरोजगारी, पलायन और शिक्षा जैसे गंभीर विषयों से ध्यान हटाने के लिए समाज में विवाद खड़े किए जा रहे हैं।”
• “बिहार का युवा संघर्ष कर रहा है, और राजनीतिक दलों को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।”
• “कन्हैया कुमार की यात्रा बिहार के युवाओं के लिए एक अहम संदेश है, जिसे सभी को समझना होगा।”
बिहार की राजनीति में यह मुद्दे कितना असर डालेंगे, यह आने वाले समय में साफ होगा, लेकिन कन्हैया कुमार और कांग्रेस के तीखे तेवरों से सियासी माहौल जरूर गर्म हो गया है।
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