
बेगूसराय जिले के नावकोठी थाना क्षेत्र में वर्दी को दागदार करने वाली एक शर्मनाक घटना सामने आई है। थाना क्षेत्र के एक युवक ने नावकोठी थाना के ही पुलिस पदाधिकारी अरविंद शुक्ला पर अप्राकृतिक यौनाचार का गंभीर आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर इलाके में भारी आक्रोश देखा गया। बीती रात स्थानीय लोगों ने थाना परिसर में हंगामा किया और आरोपी दारोगा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
आरोप और प्राथमिकी दर्ज
पीड़ित युवक ने एक लिखित आवेदन में आरोप लगाया कि 31 मार्च को दरोगा अरविंद शुक्ला ने उसे अपने निजी आवास पर बुलाया और उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया। इस घटना के बाद पीड़ित युवक ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी, जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने रात करीब 10 बजे नावकोठी थाना पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनीष ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) बखरी के नेतृत्व में जांच के आदेश दिए। पीड़ित युवक के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और उसे मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेजा गया।
आरोपी दारोगा हिरासत में, तत्काल निलंबन
जांच के दौरान प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए जाने पर आरोपी पुलिस पदाधिकारी अरविंद शुक्ला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। एसपी मनीष ने बताया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और विधि सम्मत आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
घटना से जुड़ी पृष्ठभूमि
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 28 मार्च को नावकोठी थाना पुलिस ने एक मारपीट के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। आरोप है कि उसी व्यक्ति के पुत्र को दरोगा अरविंद शुक्ला ने 31 मार्च को अपने निजी आवास पर बुलाया, जहां उसके साथ यह अपराध हुआ।
स्थानीय लोगों का आक्रोश
घटना के बाद पीड़ित युवक के परिजन और ग्रामीण भारी आक्रोश में आ गए। रात को ही बड़ी संख्या में लोग थाना पहुंचे और आरोपी दारोगा के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। स्थानीय लोगों ने मांग की कि आरोपी पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया।
जांच जारी, निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन
पुलिस अधीक्षक मनीष ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और इसे पूरी निष्पक्षता के साथ जांचा जाएगा। एसडीपीओ बखरी के नेतृत्व में जांच जारी है, और दोषी पाए जाने पर आरोपी पुलिस अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने पुलिस महकमे की छवि पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोग इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंतित हैं और दोषी को कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं।