
मुजफ्फरपुर। भाजपा पश्चिमी जिला की जिला बैठक भाजपा जिलाध्यक्ष हरिमोहन चौधरी की अध्यक्षता में जिला कार्यालय पर आयोजित हुई। बैठक में आगामी 6 अप्रैल को पार्टी के स्थापना दिवस और 14 अप्रैल को भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती को भव्य तरीके से मनाने को लेकर गहन चर्चा की गई। इसके साथ ही, 6 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर जिले में निकलने वाली शोभायात्रा की तैयारियों पर भी विमर्श किया गया और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंपी गईं।स्थापना दिवस पर होंगे विशेष कार्यक्रम
भाजपा जिलाध्यक्ष हरिमोहन चौधरी ने बताया कि 6 अप्रैल को जिले के सभी बूथों पर भाजपा का स्थापना दिवस मनाया जाएगा। इस अवसर पर प्रत्येक घर पर भाजपा कार्यकर्ता पार्टी का झंडा लगाएंगे और सक्रिय सदस्यों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा, ‘गांव और बस्ती चलो’ अभियान के तहत कार्यकर्ता पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संचालित कल्याणकारी योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाएंगे।भाजपा के इतिहास और संघर्ष की दी जानकारी
बैठक में पूर्व विधान पार्षद राधा मोहन शर्मा ने कार्यकर्ताओं को भाजपा के अतीत और संघर्ष की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता मिलकर 32 मंडलों और पांच विधानसभा क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर पार्टी स्थापना दिवस की तैयारी में जुट जाएं, ताकि भाजपा के संगठन को और मजबूत किया जा सके।
रामनवमी शोभायात्रा की तैयारियों पर विशेष ध्यान
बैठक में रामनवमी पर आयोजित होने वाली शोभायात्रा की तैयारियों पर भी विशेष चर्चा की गई। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने शोभायात्रा को सुव्यवस्थित और भव्य बनाने के लिए अलग-अलग कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंपी। इस दौरान सुरक्षा, प्रशासनिक अनुमति और अनुशासन बनाए रखने पर भी जोर दिया गया।डॉ. अंबेडकर जयंती को लेकर भी बनी रणनीति
बैठक में 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती को भव्य रूप से मनाने की योजना पर भी चर्चा हुई। इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें डॉ. अंबेडकर के विचारों और योगदान पर गोष्ठी, संगोष्ठी और रैलियों का आयोजन शामिल होगा।
भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह
बैठक में मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं में विशेष उत्साह देखा गया। उन्होंने संकल्प लिया कि वे पार्टी के इन महत्वपूर्ण आयोजनों को सफल बनाने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य करेंगे।
इस बैठक में जिले के प्रमुख पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, युवा मोर्चा, महिला मोर्चा एवं अन्य मोर्चों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।