
पटना। संसद में पेश किए गए वक्फ बिल को लेकर सियासत गरमा गई है। जन सुराज पार्टी ने इस बिल का विरोध करते हुए इसे मुसलमानों के खिलाफ बताया है। पार्टी के राज्य कोर कमेटी के सदस्यों ने पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बिल को भारतीय संविधान की आत्मा के विपरीत करार दिया।
वक्फ बिल पर जन सुराज का विरोध
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पार्टी प्रवक्ता सैयद मसीह उद्दीन ने कहा, “यह बिल सिर्फ चुनावी ध्रुवीकरण के लिए लाया जा रहा है। इससे न केवल मुसलमानों में असुरक्षा की भावना बढ़ेगी बल्कि यह अल्पसंख्यकों के संवैधानिक अधिकारों का भी हनन है।”
प्रदेश महासचिव सरवर अली ने इस मुद्दे पर सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “आज मुस्लिम समुदाय के लिए काला दिन है। यह बिल उस सरकार द्वारा लाया जा रहा है जिसके मंत्रिमंडल में एक भी मुस्लिम मंत्री नहीं है। जिस समुदाय के लिए यह कानून बनाया जा रहा है, उसे विश्वास में लिए बिना इसे लागू करना पूरी तरह से गलत है।”
नीतीश कुमार पर साधा निशाना
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रो. कुमार शांतनु ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, “अगर यह कानून पारित होता है तो इसके लिए नीतीश कुमार दोषी होंगे। उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि वे इस बिल पर क्या रुख रखते हैं।”
सरकार की मंशा पर सवाल
जन सुराज पार्टी के नेताओं का कहना है कि इस बिल का उद्देश्य केवल राजनीतिक लाभ लेना है। पार्टी ने सरकार से मांग की कि इसे तुरंत वापस लिया जाए और अल्पसंख्यक समुदाय को विश्वास में लेकर ही कोई नया कानून बनाया जाए।
सरकार की सफाई
हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। सत्तारूढ़ दल के सूत्रों का कहना है कि इस बिल का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों का सही प्रबंधन और पारदर्शिता सुनिश्चित करना है।
आगे क्या?
इस मुद्दे पर सियासत और गरमाने की संभावना है। जन सुराज पार्टी ने इस बिल के खिलाफ राज्यभर में आंदोलन करने की चेतावनी दी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस विरोध पर क्या रुख अपनाती है।