रिपोर्ट नहीं देने वाले बीएड कॉलेजों की मान्यता होगी रद्द, NCTE ने 15 दिन का अल्टीमेटम दिया

Tirhut News

■ धीरज ठाकुर | तिरहूत न्यूज | पटना

राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने देशभर के बीएड संस्थानों को कड़ा संदेश दिया है। जिन संस्थानों ने प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट (PAR) अब तक नहीं जमा की है, उनकी मान्यता रद्द की जा सकती है। परिषद ने स्पष्ट किया है कि 15 दिन के अंदर रिपोर्ट नहीं देने वाले संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

कब मांगी गई थी रिपोर्ट और क्यों है यह जरूरी?

NCTE ने 9 सितंबर, 2024 को एक सार्वजनिक नोटिस जारी कर सभी अध्यापक शिक्षा संस्थानों से शैक्षणिक सत्र 2021-22 और 2022-23 की रिपोर्ट मांगी थी। रिपोर्ट जमा करने की डेडलाइन दिसंबर 2024 तय की गई थी, लेकिन देशभर में सैकड़ों संस्थानों ने अब तक रिपोर्ट नहीं सौंपी है।

बिहार में भी ऐसे 35 से 40 बीएड संस्थान हैं जिन्होंने अब तक रिपोर्ट नहीं दी है।

इन जानकारियों का देना होगा विवरण:

प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट में संस्थानों को निम्नलिखित जानकारियाँ देनी होंगी:

• कुल सीटों की संख्या

• प्रत्येक वर्ष में नामांकित छात्रों की संख्या

• छात्रों का पिछले वर्षों का रिजल्ट

• संस्थान में शिक्षकों और कर्मियों की संख्या

• छात्रों को मिलने वाली सुविधाएँ और संसाधनों की स्थिति

बिहार के बीएड संस्थानों की स्थिति चिंताजनक

NCTE को प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, कई बीएड कॉलेज नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।

• कई संस्थानों में योग्य शिक्षकों की संख्या कम है

• छात्रों को पर्याप्त सुविधाएँ नहीं मिल रही हैं

• कुछ संस्थान केवल नाम मात्र के संसाधनों के साथ संचालित हो रहे हैं

बिहार में बीते वर्ष लगभग 37300 सीटों पर नामांकन हुआ था, और इस साल मान्यता प्राप्त संस्थानों की संख्या बढ़ी है।

शिक्षक नियुक्तियों से बढ़ी बीएड कोर्स की मांग

हाल ही में बिहार में ढाई लाख से अधिक शिक्षकों की बहाली हुई है। इससे बीएड कोर्स की मांग में तेजी से वृद्धि हुई है।

पर NCTE का साफ कहना है कि मानकों का उल्लंघन करने वाले संस्थानों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
यदि बीएड संस्थान छात्रों को उचित शिक्षा, संसाधन और आधारभूत ढाँचा उपलब्ध नहीं कराते हैं, तो भविष्य में शिक्षक गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े होंगे। NCTE का यह सख्त रुख शिक्षक शिक्षा को गुणवत्ता की दिशा में ले जाने की कोशिश है।

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