
बिहार में इन दिनों एक नाम तेजी से सुर्खियों में है – IPS भानु प्रताप सिंह। ये वही अधिकारी हैं, जिन्होंने अपने तेवर और कार्रवाई से अपराधियों की नींद उड़ा दी है। हाल ही में पटना के बाहुबली राजद विधायक रीतलाल यादव के घर पर STF की छापेमारी ने सबका ध्यान खींचा, और इस ऑपरेशन की अगुवाई कर रहे थे एएसपी भानु प्रताप सिंह।
बेहद कड़क अफसर माने जाते हैं IPS भानु प्रताप सिंह
भानु प्रताप सिंह 2021 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। फिलहाल वे दानापुर के पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी (SDPO) के पद पर तैनात हैं। उन्होंने मात्र दो महीनों में ऐसे कई बड़े एक्शन लिए हैं, जिससे उनकी पहचान एक सख्त और तेजतर्रार पुलिस अधिकारी के रूप में बन चुकी है। दिसंबर 2024 में उन्होंने बाहुबली विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव को आत्मसमर्पण करने पर मजबूर कर दिया था।
कालिया गैंग का किया सफाया
दानापुर क्षेत्र में एक समय कालिया गैंग का आतंक चरम पर था। आए दिन इस गैंग के द्वारा अपराधिक घटनाएं होती थीं। लेकिन एएसपी भानु प्रताप ने दानापुर में पदभार संभालते ही इस गैंग के खिलाफ अभियान चलाया और नौ सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए। इस कार्रवाई से दानापुर में कानून व्यवस्था को नई मजबूती मिली।
नालंदा से शुरू हुई थी सेवा, मुजफ्फरपुर में जमाया था खौफ
आईपीएस बनने के बाद भानु प्रताप सिंह की पहली पोस्टिंग नालंदा जिले में हुई थी। इसके बाद वे मुजफ्फरपुर में टाउन डीएसपी के पद पर तैनात रहे, जहां उन्होंने अवैध शराब माफिया के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए। उनकी सख्ती का आलम ये था कि शराब कारोबारियों में उनका नाम सुनकर ही खौफ बैठ गया था।
बाहुबली विधायक रीतलाल यादव के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
हाल ही में पुनाईचक निवासी बिल्डर कुमार गौरव द्वारा दर्ज कराई गई रंगदारी और धमकी की शिकायत के आधार पर रीतलाल यादव के गांव कोथवां स्थित घर पर छापेमारी की गई। इस छापेमारी में कई अहम दस्तावेज और सामान की बरामदगी हुई है। इस पूरी कार्रवाई का नेतृत्व खुद एएसपी भानु प्रताप सिंह ने किया।
IPS भानु प्रताप सिंह बिहार में कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रहे हैं। उनकी सख्त कार्यशैली और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति ने उन्हें एक मिसाल बना दिया है। आने वाले समय में उनसे बिहार को और भी बड़ी उम्मीदें हैं।