
मुजफ्फरपुर। नगर निगम क्षेत्र के विस्तार की प्रक्रिया अब निर्णायक मोड़ पर है। नगर विकास विभाग ने इसकी तैयारी तेज कर दी है, जिससे मुजफ्फरपुर नगर निगम का नक्शा पूरी तरह बदल सकता है। 32 वर्ग किलोमीटर में फैले मौजूदा 49 वार्डों की संख्या बढ़कर 72 से 75 तक पहुंच सकती है। इससे शहर को न सिर्फ स्मार्ट सिटी की दिशा में बढ़ावा मिलेगा, बल्कि आम नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं भी सुलभ होंगी।
क्यों ज़रूरी है विस्तार?
वर्तमान में मुजफ्फरपुर नगर निगम पांच लाख से कम आबादी वाले कैटेगरी में आता है, जिससे उसे सीमित फंड मिलता है। क्षेत्र और आबादी दोनों के बढ़ने पर नगर निगम की श्रेणी बदलेगी और सरकार से अधिक वित्तीय सहायता मिल सकेगी। इससे सड़क, नाला, स्ट्रीट लाइट, पेयजल जैसी सुविधाएं बेहतर होंगी।
ये इलाके हो सकते हैं निगम में शामिल
वर्ष 2022 में जारी अधिसूचना के अनुसार, जिन इलाकों को निगम क्षेत्र में शामिल किया जा सकता है, वे हैं:
मड़वन, शुभकरपुर, कांटी, दादर, कोल्हुआ, पैगंबरपुर, सदातपुर, दामोदरपुर, मुशहरी, सहवाजपुर, शेखपुरा, बड़ा जगन्नाथ, शेरपुर, सुस्ता, रोहुआ, कन्हौली, खबड़ा, मझौली खेतल, भगवानपुर, पताही, भीखनपुरा आदि।
इनमें से अधिकांश क्षेत्रों में अब कृषि भूमि 25% से भी कम रह गई है, जो नगर निगम में शामिल होने की प्राथमिक शर्त — 75% आवासीय भूमि — को पूरा करता है।
विस्तार से क्या होंगे फायदे?
• वार्डों की संख्या बढ़ेगी: 49 से बढ़कर 72-75 हो सकते हैं वार्ड
• सुविधाओं में सुधार: नई सड़कें, ड्रेनेज सिस्टम, स्ट्रीट लाइट्स, साफ-सफाई
• वित्तीय लाभ: केंद्र और राज्य सरकारों से ज्यादा फंड
• विकास की रफ्तार: 25-30 साल आगे की योजनाएं होंगी तैयार
मेट्रो प्रोजेक्ट भी जुड़ेगा विस्तार से
मुजफ्फरपुर में प्रस्तावित मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के पहले चरण में 21.25 किलोमीटर की दो कॉरिडोर बनाए जाएंगे, जो कई नए शामिल होने वाले इलाकों को जोड़ेंगे।
कॉरिडोर 1:
हरपुर बखरी – सिपाहपुर – अहियापुर – जीरोमाइल – चकगाजी – दादर चौक – बैरिया – चांदनी चौक – विष्णुदत्तपुर – भगवानपुर – गोबरसही – खबड़ा – रामदयालू नगर
कॉरिडोर 2:
SKMCH – सहबाजपुर – जीरोमाइल – शेखपुर – अखाड़ा घाट – कंपनी बाग – मुजफ्फरपुर जंक्शन
क्या कहते हैं अधिकारी?
निर्मला साहू, मेयर:
“विस्तारीकरण से न केवल वार्ड बढ़ेंगे बल्कि भविष्य की योजनाएं भी आसान होंगी। हर स्तर पर तेजी से काम हो रहा है।”
सुरेश शर्मा, पूर्व नगर विकास मंत्री:
“हमारे कार्यकाल में विस्तारीकरण पर मुहर लगी थी। अब प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जाना चाहिए।”
चल रही हैं अन्य प्रमुख योजनाएं
• कांटी इलाके में नया टाउनशिप
• नारायणपुर-दीघरा में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP)
• मिठनपुरा से दीघरा तक तीन किलोमीटर लंबा नाला
• आधुनिक कचरा प्रबंधन प्लांट की योजना
मुजफ्फरपुर नगर निगम का यह विस्तार शहर को नए युग में प्रवेश दिलाएगा। यह न सिर्फ प्रशासनिक रूप से अहम है, बल्कि लाखों नागरिकों की जिंदगी को सीधे प्रभावित करने वाला कदम है। अब देखना यह होगा कि यह प्रक्रिया कितनी जल्दी अमल में आती है।