
मुजफ्फरपुर (देवरिया)।
एक तरफ जहां व्यापार में आपसी विश्वास को आधार माना जाता है, वहीं मुजफ्फरपुर के देवरिया से सामने आई यह घटना सोचने पर मजबूर करती है कि व्यापारिक रिश्ते कैसे छल-कपट में तब्दील हो रहे हैं।
देवरिया नहर पुल के समीप गणपति ज्वेलर्स के संचालक अरुण कुमार साह बीते छह महीनों से मानसिक और आर्थिक पीड़ा झेल रहे हैं। उनके पड़ोसी ज्वेलरी दुकानदार राजेश कुमार टुल्लू ने करीब 5 लाख रुपए के आभूषण उधार लेकर बेच दिए, लेकिन भुगतान नहीं किया। जब अरुण कुमार ने बार-बार बकाया मांगनी शुरू की, तो राजेश कुमार ने न केवल धमकी दी, बल्कि सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो डालकर उनकी प्रतिष्ठा धूमिल करने की कोशिश की।
अरुण कुमार का कहना है कि जब उन्होंने पैसे की मांग की, तो राजेश ने जवाब दिया –
“पैसा नहीं देंगे, जो करना है कर लो, वरना तुम्हें बर्बाद कर देंगे।”
इसके बाद राजेश कुमार ने अपनी दुकान बंद कर दी और फरार हो गया। पीड़ित दुकानदार अब देवरिया थाना से न्याय की गुहार लगा रहे हैं, वहीं उन्होंने स्वर्णकार व्यवसायिक संघ से भी हस्तक्षेप की मांग की है।
इस घटना से स्थानीय व्यापारी वर्ग में भी रोष व्याप्त है और लोग इसे व्यापारिक भरोसे के साथ खिलवाड़ मान रहे हैं।
तिरहूत न्यूज़ इस घटना से जुड़े हर पहलू पर नजर बनाए हुए है। सवाल यह है कि क्या पीड़ित को न्याय मिलेगा? और क्या ऐसे मामलों में सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर प्रतिष्ठा नष्ट करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी?