
पूर्व मंत्री जीएस रामचंद्र दास जन सुराज में हुए शामिल, प्रशांत किशोर के ‘बदलाव’ मिशन को मिलेगा अनुभवी नेतृत्व
पटना, तिरहूत न्यूज़।
बिहार की राजनीति में आज एक बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला, जब राज्य के पूर्व मंत्री और तीन बार के विधायक श्री जीएस रामचंद्र दास ने जन सुराज पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। वे प्रशांत किशोर की नेतृत्व क्षमता और ‘व्यवस्था परिवर्तन’ के संकल्प से प्रभावित होकर जन सुराज से जुड़े हैं। यह कार्यक्रम पटना में आयोजित एक सादे समारोह में हुआ जिसमें प्रशांत किशोर स्वयं मौजूद थे।
गया से पटना तक की राजनीतिक यात्रा
श्री जीएस रामचंद्र दास, गया जिले के मूल निवासी हैं और उन्होंने दो बार बाराचट्टी तथा एक बार बोधगया विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। वे बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं और लंबे समय तक ज़मीनी राजनीति में सक्रिय रहे हैं। उनका जनसंपर्क, प्रशासनिक अनुभव और सामाजिक पकड़ जन सुराज पार्टी के लिए एक मजबूत आधार बन सकता है।
अनुभव और ऊर्जा का मेल
पार्टी में शामिल होने के बाद श्री दास ने कहा,
“बिहार को एक नए दिशा की जरूरत है, और वह दिशा प्रशांत किशोर दे रहे हैं। मैं अपने राजनीतिक अनुभव के साथ इस मिशन में सहभागी बनूंगा और जन सुराज को गाँव-गाँव तक मज़बूत करूंगा।”
इस अवसर पर उनके कई पुराने समर्थक भी जन सुराज में शामिल हुए। यह जन सुराज के लिए न केवल संख्या में वृद्धि है, बल्कि वरिष्ठता और अनुभव का भी विस्तार है।
प्रशांत किशोर की रणनीति को मिला सशक्त चेहरा
जन सुराज पार्टी बिहार की राजनीति में एक वैकल्पिक सोच के साथ उभरी है, जो न तो परंपरागत जातीय समीकरणों पर आधारित है, न ही पुराने राजनीतिक फार्मूलों पर। जीएस रामचंद्र दास जैसे अनुभवी नेता का जुड़ना इस बात का संकेत है कि अब जन सुराज को जमीनी समर्थन के साथ-साथ राजनीतिक समझ का भी लाभ मिलेगा।
निष्कर्ष: क्या यह बदलाव की आहट है?
श्री दास का जन सुराज से जुड़ना सिर्फ एक राजनीतिक घटना नहीं, बल्कि यह संकेत है कि बिहार की राजनीति में एक वैकल्पिक धारा को गंभीरता से लिया जाने लगा है। आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में यह घटनाक्रम निर्णायक साबित हो सकता है।