

स्पेशल स्टोरी | मानवता की मिसाल
“पंचायत का कर्ज चुकता कर रहा हूँ”— माँझी में समाजसेवी राहुल गुप्ता ने महिला को ब्लड डोनेट कर बचाई जान
माँझी (तिरहूत न्यूज)।
जहाँ समाज में संवेदनाएं धीरे-धीरे कम होती जा रही हैं, वहीं कुछ लोग अब भी इंसानियत की लौ को जलाए हुए हैं। ऐसे ही समाजसेवी हैं राहुल गुप्ता, जिन्होंने माँझी के माँ भवानी हॉस्पिटल में इलाजरत एक गंभीर रूप से बीमार महिला को ब्लड डोनेट कर जीवनदान दिया है।
यह पहला मौका नहीं है जब उन्होंने रक्तदान किया हो — यह उनका 16वां रक्तदान था। लेकिन इस बार रक्तदान सिर्फ एक मेडिकल जरूरत नहीं, बल्कि एक भावनात्मक ऋण की अदायगी भी थी।
पिता की बीमारी के समय पंचायत ने की थी मदद, आज उसी का लौटाया कर्ज
रक्तदान के बाद तिरहूत न्यूज से खास बातचीत में राहुल गुप्ता भावुक हो उठे। उन्होंने कहा—
“जब मेरे पिता, माँझी पश्चिमी पंचायत के पूर्व मुखिया स्व. सुरेन्द्र प्रसाद गुप्ता जी की तबीयत खराब हुई थी, तो पूरे पंचायत ने हमारे लिए खून बहाया था। आज उसी पंचायत की एक बेटी के लिए मैंने रक्त दिया है। ये कर्ज नहीं, कर्तव्य है।”
रक्तदान: सबसे बड़ा दान
राहुल गुप्ता का मानना है कि—
“रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। एक यूनिट खून किसी का पूरा परिवार बचा सकता है। अगर आप स्वस्थ हैं, तो हर तीन महीने में एक बार जरूर रक्तदान करें। यह सिर्फ एक समाजसेवी कार्य नहीं, बल्कि इंसानियत की असली परिभाषा है।”
समाज को जागरूक करने का संदेश
राहुल गुप्ता का यह कार्य केवल एक महिला की जान बचाने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह समाज को रक्तदान के प्रति प्रेरित करने का मजबूत संदेश भी बन गया है। उनके इस कदम से माँझी पंचायत और आस-पास के क्षेत्रों में सकारात्मक चर्चा हो रही है।
लेखक: धीरज ठाकुर, विशेष संवाददाता