
साइबर ठगी का जाल: मुजफ्फरपुर पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह का किया पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर | 23 मई 2025 | विशेष रिपोर्ट — तिरहूत न्यूज़
बिहार के मुजफ्फरपुर में साइबर अपराध के खिलाफ बड़ी सफलता हाथ लगी है। जिले की पुलिस ने एक अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह देशभर में लोगों को फर्जी मोबाइल नंबर, डिजिटल प्लेटफॉर्म और फेक वेबसाइट्स के जरिए ठगी का शिकार बना रहा था।
कैसे हुआ खुलासा?
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में साइबर थाना एवं तकनीकी टीम ने एक विशेष अभियान चलाया। 22 मई को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर, दो जिलों—मुजफरपुर और शेखपुरा—में एक साथ छापेमारी की गई। गिरोह के तीन सदस्य अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किए गए।
गिरफ्तार आरोपी
• मो. गुलशन — ग्राम: जलुईपुर, थाना: गन्नी, जिला: मुजफ्फरपुर
• सुफियान कुमार — ग्राम: फरीदपुर, थाना: वैशाली
• रजनीश कुमार — ग्राम: डाहीरचक, थाना: फिरोजपुर, जिला: शेखपुरा
क्या था ठगी का तरीका?
आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वे खुद को डिलीवरी एजेंट, डिजिटल बैंक कर्मी या ऑनलाइन कंपनी प्रतिनिधि बताकर लोगों से संपर्क करते थे। वे फर्जी ऐप, वेबसाइट, WhatsApp और Telegram जैसे प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करते थे। ओटीपी, बैंक डिटेल्स और व्यक्तिगत जानकारी लेकर खाते से पैसे उड़ा लेते थे।
क्या-क्या मिला आरोपियों के पास से?
पुलिस ने भारी मात्रा में डिजिटल उपकरण और दस्तावेज बरामद किए हैं:
• 32 मोबाइल फोन
• 9 सिम कार्ड
• 5 लैपटॉप
• 2 POS मशीन
• 12 डेबिट कार्ड
• 3 बैंक पासबुक
• नोट बुक और अन्य दस्तावेज जिनमें लेन-देन का लेखा-जोखा है
देशभर में दर्ज हैं शिकायतें
जिन मोबाइल नंबरों से ठगी की जा रही थी, उन पर पहले से ही देश के विभिन्न राज्यों में शिकायतें दर्ज थीं। पुलिस अन्य राज्यों से समन्वय स्थापित कर रही है। इस मामले में साइबर थाना मुजफ्फरपुर में प्राथमिकी संख्या 43/25 दर्ज कर जांच तेज़ कर दी गई है।
तिरहूत न्यूज़ की विशेष टिप्पणी
साइबर अपराध के ये बदलते रूप न केवल आम लोगों के लिए खतरा हैं, बल्कि डिजिटल इंडिया की छवि पर भी दाग हैं। ऐसे में ज़रूरत है जागरूकता और सतर्कता की—क्योंकि एक क्लिक आपकी मेहनत की कमाई छीन सकता है।
[अगर आप साइबर ठगी के शिकार हुए हैं, तो तुरंत नजदीकी साइबर थाना या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।]