
जमालपुर रेल कारखाना को मिलेगा नया जीवन, पहले फेज में 350 करोड़ की होगी विकास योजना: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
जमालपुर (मुग़ेर), 23 मई – एशिया के पहले और ऐतिहासिक जमालपुर रेल कारखाना के पुनर्विकास की घोषणा करते हुए भारत सरकार के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि केंद्र सरकार प्रथम चरण में 350 करोड़ रुपये की लागत से इस कारखाने का कायाकल्प करेगी। यह घोषणा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की सर्वे रिपोर्ट के आधार पर की गई है।
रेल मंत्री शुक्रवार को अपने कार्यकाल में पहली बार जमालपुर पहुंचे। वे स्पेशल सैलून ट्रेन से जमालपुर जंक्शन पहुँचे, जहाँ उन्होंने अमृत भारत योजना के तहत चल रहे स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इसके बाद ऐतिहासिक 140 टन क्रेन को भारतीय रेल को समर्पित करते हुए उन्होंने विभिन्न कार्यशालाओं का दौरा किया।
इरिमी (IRIMEE) सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री ने कहा, “जमालपुर को एशिया का पहला रेल कारखाना होने का गौरव प्राप्त है। अब यह एक आधुनिक औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित होगा।” उन्होंने यह भी बताया कि 2026 से इरिमी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए नामांकन शुरू किया जाएगा, जिससे स्थानीय युवाओं को तकनीकी शिक्षा और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री व मुंगेर सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, बिहार सरकार के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा, जमालपुर विधायक अजय कुमार सिंह, तारापुर विधायक राजीव कुमार सिंह, भाजपा विधायक प्रणव कुमार, भाजपा कोटे से विधान पार्षद लालमोहन गुप्ता, और रेलवे के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मुख्य बिंदु:
• जमालपुर रेल कारखाने का 350 करोड़ रुपये से होगा पुनर्विकास
• केंद्र सरकार की सर्वे टीम की रिपोर्ट के आधार पर योजना
• 2026 से IRIMEE में इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू
• अमृत भारत योजना के तहत स्टेशन पुनर्विकास कार्य का निरीक्षण
• रेल मंत्री ने 140 टन क्रेन को भारतीय रेल को समर्पित किया
बाइट: “जमालपुर को गौरवशाली विरासत मिली है, अब हम इसे आधुनिक भारत का गौरव बनाएंगे।” – अश्विनी वैष्णव, रेल मंत्री, भारत सरकार