

आवारा कुत्तों से परेशान मुजफ्फरपुर, जनहित मंच ने निगम को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया
मुजफ्फरपुर, बिहार
✍️ रिपोर्टर: तिरहूत न्यूज़ ब्यूरो
समस्या का मूल:
मुजफ्फरपुर नगर निगम क्षेत्र के 49 वार्डों में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या अब आम नागरिकों के लिए सिरदर्द बन चुकी है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक, कोई भी सुरक्षित नहीं है। कई इलाकों में कुत्तों के हमले के मामले सामने आ चुके हैं और एक बच्चे की जान तक जा चुकी है। स्थानीय नागरिकों में भय का माहौल है।
जनहित मंच की पहल:
इन्हीं हालातों को देखते हुए सामाजिक संस्था जनहित मंच ने नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा है। संस्था के सचिव उज्ज्वल कुमार सिंह के नेतृत्व में यह पत्र सौंपा गया, जिसमें 15 दिनों के भीतर आवारा कुत्तों की समस्या पर ठोस कदम उठाने की मांग की गई है।
ज्ञापन में कहा गया है कि अगर निर्धारित समय सीमा के भीतर नगर निगम द्वारा कार्रवाई नहीं की गई, तो जनहित मंच आंदोलनात्मक कदम उठाने को बाध्य होगा।
ज्ञापन की प्रमुख माँगें:
• सभी मोहल्लों से आवारा कुत्तों को हटाया जाए और उनका सुरक्षित स्थानों पर पुनर्वास हो।
• पशु क्रूरता अधिनियम का पालन करते हुए मानवीय तरीके से समस्या का समाधान हो।
• नगर निगम कार्यालय परिसर में मौजूद कुत्तों को हटाया जाए, जिससे कर्मचारी और आगंतुक सुरक्षित रह सकें।
• अभियान चलाकर मोहल्लों में से कुत्तों को वैज्ञानिक तरीकों से पकड़ने और नसबंदी की प्रक्रिया अपनाई जाए।
प्रशासन से अपील:
जनहित मंच ने स्पष्ट किया है कि यह समस्या केवल नगर निगम की नहीं, बल्कि पूरे शहर की है। निगम को यह समझना होगा कि समय पर कार्रवाई से लोगों का विश्वास बहाल होगा और शहर की छवि भी सुधरेगी।
📌 निष्कर्ष:
मुजफ्फरपुर जैसे ऐतिहासिक और शिक्षित शहर में आवारा कुत्तों की समस्या गंभीर होती जा रही है। जनहित मंच का यह हस्तक्षेप दर्शाता है कि अब नागरिक संगठनों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। देखना होगा कि नगर निगम इस चेतावनी को कितनी गंभीरता से लेता है और क्या वाकई 15 दिनों में कुछ बदलाव नज़र आएगा?