
पटना, 12 जुलाई: बिहार सरकार के श्रम संसाधन विभाग और बिहार कौशल विकास मिशन (BSDM) के संयुक्त तत्वावधान में दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन अध्ययन संस्थान, पटना में आयोजित “मेगा जॉब फेयर – 2025” के तीसरे दिन भी युवाओं की जबरदस्त भागीदारी देखी गई। शनिवार होने के कारण प्रतिभागियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई और अनुमानतः 2500 से अधिक युवा इस रोजगार मेले में शामिल हुए।
इसमें से 700 से ज्यादा प्रतिभागियों का चयन विभिन्न राष्ट्रीय व बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी के लिए हुआ, जिससे युवाओं में काफी उत्साह देखा गया।
मौके पर युवाओं को मिला करियर गाइडेंस और इंटरव्यू ट्रेनिंग
रोजगार मेले में युवाओं को ऑन-स्पॉट मोटिवेशनल ट्रेनिंग और करियर काउंसलिंग की सुविधा भी दी गई, ताकि वे आत्मविश्वास के साथ इंटरव्यू का सामना कर सकें और अपने कौशल के अनुसार सही दिशा चुन सकें।
📌 विभागीय सचिव दीपक आनंद ने क्या कहा?
श्रम संसाधन विभाग के सचिव और BSDM के CEO दीपक आनंद ने कहा:
“यह जॉब फेयर सिर्फ रोजगार का मंच नहीं, बल्कि युवाओं के आत्मविश्वास, कौशल और भविष्य निर्माण की दिशा में एक ठोस नींव है। हमारा लक्ष्य है कि बिहार के युवा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में अपनी जगह बना सकें।”
📌 और क्या बोले एसीईओ राजेश भारती?
BSDM के एसीईओ राजेश भारती ने भी राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा:
“यह सिर्फ नौकरी नहीं, आत्मनिर्भर बिहार की ओर एक कदम है।”
उन्होंने बताया कि यह रोजगार मेला 14 और 15 जुलाई को भी जारी रहेगा, जबकि 13 जुलाई (रविवार) को अवकाश रहेगा।
इन कंपनियों ने लिया हिस्सा:
इस मेगा जॉब फेयर में देश की 80 से अधिक प्रमुख कंपनियों ने भाग लिया, जिनमें शामिल हैं:
• एलएंडटी, मुथूट फाइनेंस, ज़ोमैटो, एमआरएफ लिमिटेड
• सबरोस, डूट ट्रांसमिशन, उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक
• अरविंद लिमिटेड, बारबेक्यू नेशन, क्वेस कॉर्प लिमिटेड, सुधीर फाउंडेशन आदि।
बिहार सरकार की यह पहल न केवल युवाओं को रोजगार उपलब्ध करा रही है, बल्कि उन्हें प्रशिक्षण, मार्गदर्शन और आत्मनिर्भरता की ओर भी अग्रसर कर रही है। ‘मेगा जॉब फेयर–2025’ राज्य के विकास और युवाओं के भविष्य निर्माण की दिशा में एक सार्थक कदम साबित हो रहा है।