
बाबा गरीबनाथ महोत्सव भव्यता के साथ संपन्न, कांवरिया पथ पर पहली बार गूंजे सुनील छैला बिहारी के बोलबम
📍 मुजफ्फरपुर | तिरहूत न्यूज़ डेस्क
मुजफ्फरपुर। कांवरियों और शिवभक्तों की आस्था का प्रतीक बाबा गरीबनाथ महोत्सव इस वर्ष भी श्रद्धा, सेवा और भव्य आयोजन के साथ संपन्न हुआ। बाबा गरीबनाथ सेवा समिति द्वारा दर्शनीय धर्मशाला, कफेन में आयोजित इस कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालुओं की सहभागिता रही। चारों ओर भक्ति, शिवनाम और हर-हर महादेव के जयकारे गूंजते रहे।
दीप प्रज्वलन से हुआ शुभारंभ, शामिल हुए कई विशिष्ट अतिथि
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री राजभूषण निषाद, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सुरेश कुमार शर्मा, मंत्री केदार गुप्ता, दिनेश चंद्र राय, अमर पासवान, शत्रुघन चौरसिया, प्रसिद्ध लोकगायक सुनील छैला बिहारी, अभिनेत्री मोनालिसा, कलाकार संजय पंकज, बेबी कुमारी, निर्मला साहू, मुकेश त्रिपाठी, सोनू सिंह, डॉ. अविनाश तिरंगा उर्फ ऑक्सीजन बाबा, पंकज मिश्रा और सुगंध कुमार जैसे गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
कांवरिया पथ पर पहली बार गूंजे बोलबम – झूम उठे श्रद्धालु
इस वर्ष महोत्सव की सबसे खास प्रस्तुति रही लोकगायक सुनील छैला बिहारी की, जिन्होंने मंच से एक से बढ़कर एक भक्ति गीत प्रस्तुत किए। उनकी प्रस्तुति के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ उत्साह और आस्था से झूम उठी। “बोलबम” गीतों ने पूरे माहौल को शिवमय कर दिया।
सेवा के संग भक्ति – रही महोत्सव की पहचान
डॉ. अविनाश तिरंगा उर्फ ऑक्सीजन बाबा, जो मिशन भारती रिसर्च इंफॉर्मेशन सेंटर और बिहार गुरु के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, ने बताया कि इस वर्ष भी कांवरियों के लिए विश्राम, भोजन-प्रसाद और प्राथमिक चिकित्सा सेवा की समुचित व्यवस्था की गई थी। ये सेवाएं हर सोमवारी से पूर्व शनिवार और रविवार को जारी रहेंगी ताकि दूर-दराज से आने वाले भक्तों को कोई असुविधा न हो।
आयोजन को सफल बनाने में जुटे समर्पित शिवभक्त
महोत्सव को सफल बनाने में दर्जनों शिवभक्तों की दिन-रात की मेहनत रही। बी. एन. सिंह, डॉ. संजय पंकज, सोनू सिंह, अम्बिका सिंह, मुकेश त्रिपाठी, सलटु सिंह, टुनटुन दादा, लालबाबू सिंह, टुटु सिंह, सुनील गुप्ता सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने अपनी सेवाएं समर्पण भाव से दीं।
समिति की श्रद्धालुओं से अपील
बाबा गरीबनाथ सेवा समिति ने सभी शिवभक्तों से आग्रह किया है कि वे अगले वर्ष भी इसी उत्साह, श्रद्धा और सेवा भाव के साथ भाग लें। समिति का लक्ष्य इस आयोजन को एक सांस्कृतिक और भक्ति तीर्थ के रूप में स्थापित करना है।
इस वर्ष सावन में मुजफ्फरपुर केवल एक नगर नहीं, बल्कि शिवभक्ति की ऊर्जा से सराबोर आस्था का केंद्र बनकर उभरा है।