
विराट भूमिहार-ब्राह्मण जनाक्रोश यात्रा 7 अगस्त को
लंगट सिंह कॉलेज से समाहरणालय तक निकलेगा मार्च, समाज की अस्मिता और अधिकार की होगी हुंकार
मुजफ्फरपुर | विशेष प्रतिनिधि
भूमिहार-ब्राह्मण समाज अब अपने अधिकार, सम्मान और विरासत की रक्षा के लिए मैदान में उतर चुका है। आगामी 7 अगस्त (गुरुवार) को मुजफ्फरपुर में “विराट भूमिहार-ब्राह्मण जनाक्रोश यात्रा” का आयोजन किया गया है। इसकी शुरुआत ऐतिहासिक लंगट सिंह महाविद्यालय परिसर से होगी।
इस बाबत जानकारी देते हुए कार्यक्रम के अध्यक्ष डाॅ. शंभू प्रसाद सिंह (वरीय अधिवक्ता) ने बताया कि यह केवल एक मार्च नहीं, बल्कि अपने हक और भविष्य की लड़ाई का आग़ाज़ है। उन्होंने कहा कि, “अब समय आ गया है कि समाज अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संगठित हो, नहीं तो सत्ता की नीति हमें हाशिए पर धकेल देगी।“
उन्होंने दावा किया कि हाल की जातीय जनगणना में जिस प्रकार की तस्वीर उभरकर सामने आई है, वह भूमिहार-ब्राह्मण समाज के साथ भेदभाव और वंचना की गवाही देती है। इसीलिए अब चुप बैठना विकल्प नहीं है।
ऐसे निकलेगा आक्रोश मार्च
मार्च की शुरुआत लंगट सिंह महाविद्यालय में भूमिहार ब्राह्मण शिरोमणि लंगट बाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण से होगी। इसके बाद समाज के हजारों लोग शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए समाहरणालय परिसर तक जाएंगे। वहां जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें समाज की चिंता, मांग और अपेक्षाएं दर्ज होंगी।
सघन जनसंपर्क और जिलेवार अभियान का ऐलान
डाॅ. सिंह ने समाज के सभी लोगों से बड़ी संख्या में शामिल होकर एकजुटता दिखाने की अपील की है। उन्होंने बताया कि इसके लिए टीमें गठित कर जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है। यह सिर्फ मुजफ्फरपुर तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि हर जिले में ऐसा ही विराट आयोजन किया जाएगा।
मुख्य बातें
• 7 अगस्त को आयोजित होगा जनाक्रोश मार्च
• लंगट सिंह कॉलेज से समाहरणालय तक रैली
• जातीय जनगणना में उपेक्षा का आरोप
• समाज के अधिकार, सम्मान और प्रतिनिधित्व की माँग
नोट: इस आयोजन को लेकर मुजफ्फरपुर समेत कई जिलों में तैयारियां तेज हो गई हैं। सामाजिक संगठन, अधिवक्ता, प्रबुद्ध वर्ग और छात्र संगठन भी इस आंदोलन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं।