
गंडक किनारे मिला शव, मठ में अकेले रहते थे 70 वर्षीय महंत | हत्या या हादसा? पुलिस जांच में जुटी
मुजफ्फरपुर, 3 अगस्त | तिरहूत न्यूज़ ब्यूरो
मीनापुर थाना क्षेत्र के पानापुर ओपी अंतर्गत बहादुरपुर मठ में रह रहे 70 वर्षीय महंत कौशल किशोर दास की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। रविवार सुबह ग्रामीणों ने उनका शव गंडक नदी के किनारे बहादुरपुर घाट के पास देखा। शव देख ग्रामीण दंग रह गए और देखते ही देखते भारी भीड़ जमा हो गई।
शनिवार रात से लापता थे महंत, सुबह मिला शव
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, कौशल किशोर दास शनिवार रात से ही मठ में नहीं दिखे। उन्हें अंतिम बार शनिवार की देर शाम टहलते हुए देखा गया था। जब रातभर वे मठ में नहीं लौटे, तो आशंका गहराने लगी। रविवार सुबह ग्रामीणों ने नदी किनारे उनका शव देखा, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
मठ से जुड़े जमीन विवाद पर उठ रहे सवाल
ग्रामीणों और मठ के नजदीकी लोगों का कहना है कि महंत कौशल किशोर दास मठ की जमीन को लेकर लंबे समय से विवादों से घिरे हुए थे। कुछ बाहरी लोगों से तनाव की बात भी सामने आ रही है, जो पुलिस जांच का विषय बनी हुई है।
स्थानीय ग्रामीण का बयान: “महंथ जी सीध-साधे इंसान थे, मठ के नाम पर कुछ जमीन को लेकर कुछ लोग दबाव बना रहे थे।”
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शुरू की जांच
मौके पर पहुंची पानापुर ओपी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एफएसएल (फॉरेंसिक टीम) और डॉग स्क्वायड को भी जांच के लिए बुलाया गया है। पुलिस हर पहलू पर बारीकी से जांच कर रही है।
पुलिस अधिकारी का बयान: “पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के कारणों की पुष्टि होगी। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।”
इलाके में तनाव, पुलिस बल तैनात
घटना के बाद बहादुरपुर और आसपास के इलाकों में भारी तनाव है। कानून-व्यवस्था को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। प्रशासन पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
तिरहूत न्यूज़ विशेष विश्लेषण:
• क्या यह महज हादसा था या सोची-समझी साजिश?
• जमीन विवाद के एंगल की गंभीरता कितनी है?
• क्या मठ के प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता है?
• क्या महंत जी की सुरक्षा को लेकर लापरवाही हुई?
आगे क्या?
पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। परिजनों और मठ से जुड़े लोगों से पूछताछ जारी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद घटना का सच सामने आने की उम्मीद है।