
मुजफ्फरपुर | तिरहूत न्यूज
पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के सक्रिय सदस्य मो. अफरोज से पुलिस की गहन पूछताछ जारी है। उसे बरूराज पुलिस ने शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा से रिमांड पर लिया है और मिठनपुरा थाने में रखकर पूछताछ की जा रही है।
डीएसपी पश्चिमी सह केस की इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर (IO) सुचित्रा कुमारी ने सोमवार को मिठनपुरा थाने पहुंचकर पीएफआई के उत्तर बिहार में फैले नेटवर्क को लेकर अफरोज से लंबी पूछताछ की। पुलिस और राज्य की विभिन्न जांच एजेंसियां भी लगातार उससे जानकारी इकट्ठा कर रही हैं।
24 घंटे की पूछताछ में अफरोज ने क्या बताया?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अफरोज पूछताछ के दौरान गोल-मोल जवाब दे रहा है। अब तक उसने जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक:
- अफरोज और याकूब बचपन के दोस्त थे और साथ पढ़े थे।
- याकूब ने ही अफरोज की मुलाकात पीएफआई के प्रदेश उपाध्यक्ष रियाज मौरिफ से करवाई थी।
- रियाज मौरिफ ने अफरोज को पीएफआई में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
- जब अफरोज को पता चला कि उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, तो वह तमिलनाडु में छिपकर पाइलिंग का काम करने लगा।
कैसे फंसा अफरोज?
मो. अफरोज ने पुलिस के दबाव में आकर विशेष यूएपीए कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। इसके बाद बरूराज पुलिस ने कोर्ट में अर्जी देकर उसे पांच दिनों की रिमांड पर लिया।
एनआईए की जांच में क्या सामने आया?
एनआईए के इंस्पेक्टर विकास कुमार ने 5 फरवरी 2023 को बरूराज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जांच में सामने आया कि:
- पीएफआई से जुड़े मो. बेलाल उर्फ इरशाद को पिछले साल पूर्वी चंपारण के चकिया के हरपुर किशुनी से गिरफ्तार किया गया था।
- पूछताछ में बेलाल ने बताया कि वह चार से पांच साल पहले पीएफआई के रियाज मौरिफ के संपर्क में आया था।
- बेलाल ने खुलासा किया कि रियाज मौरिफ, याकूब खान और अन्य लोगों ने उसे पीएफआई से जोड़ा।
- 2020 में वह पीएफआई से जुड़ गया और कई ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लिया।
पीएफआई की ट्रेनिंग में कौन-कौन शामिल था?
बेलाल के बयान के अनुसार, ट्रेनिंग में शामिल लोग:
- तमिलनाडु के मो. रोसलेन
- दरभंगा के मो. सनाउल्लाह
- मधुबनी के तौसीफ, अनसारूल हक
- बिहार शरीफ के शमीम अख्तर
- पूर्वी चंपारण के मेहसी के मो. अफरोज
पीएफआई की गतिविधियाँ कैसे चल रही थीं?
- बेलाल ने बताया कि पटना के फुलवारी शरीफ में 2022 में एक सीक्रेट ट्रेनिंग प्रोग्राम हुआ था।
- 2022 में पीएफआई पर बैन लगने के बाद भी, रियाज मौरिफ गुप्त रूप से ट्रेनिंग और अन्य गतिविधियाँ संचालित करता रहा।
- व्हाट्सएप ऑडियो मैसेज के जरिए गोपनीय बैठकें बुलाई जाती थीं।
- मुजफ्फरपुर के बरूराज के परसौनी गांव में एक बड़ी मीटिंग हुई थी, जिसमें याकूब खान, सुल्तान और उस्मान शामिल थे।
एनआईए और पुलिस की कार्रवाई
- एनआईए ने बरूराज पुलिस के साथ मिलकर परसौनी गांव में छापेमारी की।
- पीएफआई से जुड़े बैनर, दो तलवारें, पीएफआई का झंडा बरामद किया गया।
- इसके बाद रियाज मौरिफ को मोतिहारी से गिरफ्तार किया गया।
- पटना के बेउर जेल में बंद पीएफआई मास्टर ट्रेनर याकूब खान, बेलाल और अन्य आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर लिया गया।
- बरूराज पुलिस ने रियाज मौरिफ, बेलाल, याकूब और कादिर के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है।
अफरोज से आगे क्या पूछताछ होगी?
- पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उत्तर बिहार में पीएफआई के अन्य कौन-कौन से सक्रिय सदस्य हैं।
- क्या बिहार में कोई और गुप्त ट्रेनिंग कैंप चल रहे थे?
- फंडिंग कहां से हो रही थी और किन-किन लोगों का सहयोग मिल रहा था?
तिरहूत न्यूज इस मामले पर लगातार नजर बनाए हुए है। आगे की अपडेट के लिए जुड़े रहें।
(रिपोर्ट: तिरहूत न्यूज डेस्क)