
मुजफ्फरपुर | तिरहूत न्यूज
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत योग्य लाभुकों को अगर उनका हक नहीं मिला, तो कांटी और मड़वन प्रखंड में बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा। यह चेतावनी राज्य के पूर्व मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता इंजीनियर अजीत कुमार ने दी। उन्होंने कहा कि कांटी प्रखंड के दादर कोल्हुआ, कोल्हुआ पैगंबरपुर, रामनाथ धमौली पूर्वी, बकटपुर सहित कई पंचायतों में हजारों गरीब आज भी इस योजना से वंचित हैं।
स्थानीय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
कांटी थर्मल आईबी में पत्रकारों से बातचीत में अजीत कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मकसद हर आवासहीन को घर देना है, लेकिन स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण सैकड़ों गरीब आज भी छत से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 2000 लाभुक अभी तक इस योजना का लाभ नहीं पा सके हैं।
31 मार्च तक का अल्टीमेटम
पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने चेतावनी दी कि यदि 31 मार्च तक कांटी और मड़वन प्रखंड के सभी योग्य लाभुकों का नाम पीएम आवास योजना के सर्वे पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया, तो प्रशासन के खिलाफ व्यापक जन आंदोलन होगा।
अधिकारियों-कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई
उन्होंने कहा कि यदि योग्य लोगों को योजना से वंचित रखा गया, तो इसके लिए संबंधित अधिकारियों और कर्मियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। ऊपरी स्तर तक शिकायत दर्ज कराने के साथ ही स्थानीय स्तर पर भी इनकी जवाबदेही तय करने के लिए जनांदोलन छेड़ा जाएगा।
अजीत कुमार ने सरकारी अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि अगर इस योजना को लागू करने में किसी भी प्रकार की शिथिलता बरती गई, तो संबंधित अधिकारी खुद इसके लिए जिम्मेदार होंगे।
सरकार की प्राथमिकता में गरीबों का आवास
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का उद्देश्य हर गरीब को घर देना है। इसलिए इस योजना का लाभ योग्य लाभुकों को हर हाल में मिलना चाहिए।
क्या है प्रधानमंत्री आवास योजना?
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके तहत आवासहीन परिवारों को पक्के घर दिए जाते हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य सभी बेघर परिवारों को 2024 तक आवास मुहैया कराना है।
(रिपोर्ट: तिरहूत न्यूज डेस्क)