पत्ताही हवाई अड्डा: 40 साल बाद उड़ान की उम्मीद, केंद्र ने दी 25 करोड़ की मंजूरी

Tirhut News

मुजफ्फरपुर। उत्तर बिहार के लोगों के लिए एक लंबे इंतजार का अंत अब करीब लगता है। 1984 में बंद हुई पत्ताही हवाई अड्डे की विमान सेवा को फिर से शुरू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने केंद्र सरकार की ‘उड़ान योजना’ के तहत इस एयरपोर्ट के विकास के लिए 25 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है।

इतिहास: 1967 में शुरू हुई थी सेवा, 1984 में बंद

पत्ताही हवाई अड्डे से पहली बार यात्री विमान सेवा 1967 में शुरू हुई थी। लेकिन यह सेवा 1984 में बंद हो गई और तभी से इस एयरपोर्ट को पुनर्जीवित करने की मांग उठती रही है। पिछले पांच दशकों से मुजफ्फरपुर सहित उत्तर बिहार के लोग यहां से फिर से उड़ान सेवा शुरू होने का इंतजार कर रहे थे।

अब छोटे विमान सेवा की तैयारी शुरू

हाल ही में नागरिक उड्डयन मंत्रालय की परियोजना मूल्यांकन समिति ने पत्ताही एयरपोर्ट के लिए 20 सीटर छोटे विमानों की उड़ान सेवा को उपयुक्त बताया है। स्वीकृत 25 करोड़ रुपये की राशि से हवाई पट्टी की मरम्मत, हैंगर, कार्यालय और यात्री शेड का निर्माण किया जाएगा।

रनवे विस्तार की चुनौती, लेकिन समाधान भी तैयार

एयरपोर्ट कुल 101 एकड़ में फैला है, लेकिन वर्तमान में इसका रनवे महज एक किलोमीटर लंबा है, जो बड़े विमानों के लिए अनुपयुक्त है। सरकार ने पहले 475 एकड़ अतिरिक्त जमीन मांगी थी, लेकिन घनी आबादी और महंगी जमीन के चलते यह मुमकिन नहीं हो सका। अब इसे घरेलू विमान सेवा के तहत छोटे विमानों के लिए उपयुक्त माना गया है।

लोगों को उम्मीद, जल्द शुरू होगी सेवा

एयरपोर्ट अथॉरिटी ने पहले ही चहारदीवारी और अन्य बुनियादी ढांचे के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है। अब जबकि वित्तीय स्वीकृति भी मिल चुकी है, मुजफ्फरपुरवासियों को उम्मीद है कि जल्द ही घरेलू विमान सेवा फिर से शुरू होगी और क्षेत्र को एक नई उड़ान मिलेगी।

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