

खगड़िया/दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संस्थापक रामविलास पासवान के परिवार में संपत्ति विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। शनिवार को केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने खगड़िया के शहरबन्नी गांव पहुंचकर अपनी बड़ी मां राजकुमारी देवी से मुलाकात की और पूरे विवाद पर पहली बार खुलकर प्रतिक्रिया दी।
चिराग का चाचा-चाची पर हमला: “राजनीतिक महत्वाकांक्षा में मां को किया प्रताड़ित”
बड़ी मां से मुलाकात के बाद चिराग ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि राजनीतिक और आर्थिक महत्वकांक्षा के चलते मेरे परिवार को बदनाम किया जा रहा है। चिराग ने आरोप लगाया कि उनकी बड़ी मां को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया और घर से सामान तक निकाल दिया गया, जो अत्यंत निंदनीय है।
“जो लोग उम्र में बड़े हैं, वो आज मां को अपमानित कर रहे हैं। अब माकूल जवाब मिलेगा,” – चिराग पासवान
दिल्ली से निकाले जाने का जिक्र, अब संपत्तियों के बंटवारे की बात
मीडिया से बातचीत में चिराग ने कहा, “पहले मुझे और मेरी मां को दिल्ली वाले सरकारी आवास से निकाल दिया गया और अब मेरी बड़ी मां को उनके ही घर से बाहर किया गया। मेरी चाची अगर संपत्ति का बंटवारा चाहती हैं तो साझा संपत्तियों का भी निष्पक्ष बंटवारा हो, जिनकी जानकारी मुझे अब तक नहीं दी गई।”
चाची सहित 5 लोगों पर FIR, केस में गंभीर आरोप
इस मामले में राजकुमारी देवी ने अपने ऊपर हुए मानसिक उत्पीड़न को लेकर पशुपति पारस की पत्नी शोभा देवी, रामचंद्र पासवान की पत्नी सुनैना देवी, बॉडीगार्ड अमित पासवान और दो ड्राइवरों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
पासवान परिवार का यह विवाद अब सिर्फ पारिवारिक न रहकर राजनीतिक रंग लेता जा रहा है। चिराग पासवान के कड़े तेवर से साफ है कि आने वाले दिनों में यह मामला और गरमाएगा। अब देखना होगा कि पारिवारिक संपत्ति का यह विवाद राजनीतिक समीकरणों को कितना प्रभावित करता है।
By Tirhut News | रिपोर्टिंग टीम – खगड़िया