चमकी बुखार से जंग: मुजफ्फरपुर में ‘जीरो डेथ’ लक्ष्य की ओर प्रशासन

Tirhut News

मुजफ्फरपुर: भीषण गर्मी और उमस के बीच हर साल बच्चों के लिए खतरनाक साबित होने वाले चमकी बुखार (AES) की रोकथाम हेतु इस वर्ष भी जिला प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है। शनिवार को जिले के सभी 373 पंचायतों में संध्या चौपाल का आयोजन कर जागरूकता अभियान को व्यापक रूप दिया गया।

मुख्य कार्यक्रम बोचहा प्रखंड के झपहां पंचायत अंतर्गत मझौलिया ग्राम में आयोजित हुआ, जिसकी अध्यक्षता स्वयं जिलाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन ने की। दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा:

“चमकी बुखार के लक्षण दिखते ही तुरंत बच्चे को नजदीकी सरकारी अस्पताल पहुँचाएँ। इलाज की समुचित व्यवस्था हमारे पास है और हर केस को गंभीरता से लिया जा रहा है।”

सावधानी से बचाव: ‘खिलाओ, जगाओ, अस्पताल ले जाओ’

सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार ने उपस्थित जनसमूह को चमकी बुखार के लक्षण और तीन जरूरी कदमों की जानकारी दी:

• खिलाओ: रात में सोने से पहले भरपेट खाना दें, संभव हो तो मीठा भी दें।

• जगाओ: रात के बीच और सुबह बच्चे को देखकर उसके होश में होने की पुष्टि करें।

• अस्पताल ले जाओ: लक्षण दिखते ही तुरंत अस्पताल पहुँचाएँ। सरकारी वाहन या अन्य किसी वाहन से लाने पर भी ₹400-₹1000 तक की राशि दी जाएगी।

उपचार और सावधानियाँ

क्या करें:

• तेज बुखार में पूरे शरीर को ताजे पानी से पोंछें।

• डॉक्टर की सलाह पर पेरासिटामोल दें।

• ओआरएस या चीनी-नमक का घोल पिलाएँ।

• बेहोशी या मिर्गी आने पर बाईं या दाईं करवट लिटाएँ और गर्दन सीधी रखें।

• तेज रोशनी से बचाने के लिए आंखों को ढँकें।

क्या ना करें:

• गर्म कपड़े में न लपेटें।

• बेहोश बच्चे को कुछ भी न खिलाएँ।

• गर्दन झुका कर न लिटाएँ।

• ओझा-गुनी में समय न गवाएँ।

संवेदनशील आयु वर्ग पर विशेष ध्यान

जिले में 0-15 वर्ष के लगभग 11 लाख बच्चे हैं जिनकी निगरानी रोज़ाना आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका और आशा कार्यकर्ता कर रही हैं।

सरकारी तैयारी: इलाज से लेकर संसाधनों तक

• SKMCH में 100 बेड का डेडिकेटेड पीकू वार्ड तैयार है।

• प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर, दवाएँ और उपकरण मौजूद हैं।

• दर्पण प्लस ऐप के माध्यम से डॉक्टरों की उपस्थिति की मॉनिटरिंग की जा रही है।

पिछले वर्षों की स्थिति और इस वर्ष की तैयारी

• 2023 और 2024 में क्रमशः 41-41 केस आए, लेकिन एक भी मृत्यु नहीं हुई

• 2025 में अब तक 7 केस, जिनमें दो बोचहा से हैं।

जिलाधिकारी ने ‘जीरो डेथ’ के संकल्प को दोहराते हुए जनता और प्रशासन दोनों से सतर्क रहने की अपील की।

तिरहूत न्यूज चमकी बुखार से जुड़े हर अपडेट और प्रशासनिक कार्रवाई की जानकारी लगातार उपलब्ध कराता रहेगा।

सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।

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