

पटना: तिरहूत न्यूज डेस्क । जन सुराज पार्टी की महिला नेताओं ने आज पटना स्थित पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार सरकार के “महिला संवाद” कार्यक्रम पर तीखा हमला बोला। प्रवक्ता सदफ इकबाल ने कहा कि नीतीश सरकार को आधी आबादी की याद केवल चुनाव के समय आती है, जबकि असल ज़मीनी मुद्दों पर उनकी चुप्पी शर्मनाक है।
BPSC आंदोलन की महिला अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज भूल गए थे नीतीश?
सदफ इकबाल ने कहा, “जब BPSC आंदोलन में शामिल महिला अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था, तब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को महिला संवाद की जरूरत क्यों महसूस नहीं हुई? चुनाव आते ही उन्हें महिलाओं की याद आने लगी। यही नहीं, नीतीश कुमार ने विधानसभा में कई बार महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है।”
40 महिला उम्मीदवारों की घोषणा – बिहार की राजनीति में नया अध्याय
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जन सुराज की प्रदेश महिला उपाध्यक्ष नीलिमा सिंह ने कहा, “नीतीश कुमार का महिला संवाद सिर्फ चुनावी नौटंकी है। अगर वह वास्तव में महिलाओं को सशक्त करना चाहते हैं, तो जदयू समेत सभी पार्टियों को सार्वजनिक रूप से बताना चाहिए कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में कितनी महिलाओं को टिकट देंगे।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि जन सुराज बिहार की पहली ऐसी पार्टी है जिसने 40 महिला उम्मीदवारों को विधानसभा चुनाव में उतारने की घोषणा की है। “हर लोकसभा क्षेत्र की कम से कम एक विधानसभा सीट से महिला उम्मीदवार उतारना हमारी प्रतिबद्धता है,” नीलिमा सिंह ने कहा।
अन्य महिला नेताओं का समर्थन
प्रेस कॉन्फ्रेंस को महिला नेत्री सोनाली आनंद और स्मिता कुमारी ने भी संबोधित किया और महिलाओं को केवल ‘वोट बैंक’ की तरह इस्तेमाल करने की परंपरा को तोड़ने की जरूरत बताई।
जन सुराज की यह प्रेस वार्ता बिहार की राजनीति में महिलाओं की भूमिका और राजनीतिक दलों की नीयत पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। जहां एक तरफ सत्ता पक्ष “महिला संवाद” जैसे कार्यक्रमों के जरिए प्रचार करता है, वहीं जन सुराज जमीनी स्तर पर महिला सशक्तिकरण की ठोस पहल करता नजर आ रहा है।