

सारण पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 22 थानाध्यक्षों की लापरवाही पर SSP ने कसा शिकंजा, वेतन पर लगाई रोक
छपरा/सारण | रिपोर्ट: पंकज श्रीवास्तव | तिरहूत न्यूज़
सारण जिले में अपराधियों की अवैध संपत्तियों पर शिकंजा कसने के अभियान में पुलिस प्रशासन की लापरवाही अब भारी पड़ने लगी है। पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष ने 22 थानाध्यक्षों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उनका वेतन रोकने का आदेश जारी कर दिया है। यह कदम तब उठाया गया जब बार-बार निर्देश देने के बावजूद इन अधिकारियों ने अपराधियों की अवैध कमाई की पहचान कर कुर्की की प्रक्रिया नहीं की।
अपराधियों पर कार्रवाई में सुस्ती, प्रशासन सख्त
जिले के सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया था कि वे दो-दो ऐसे अपराधियों की संपत्ति चिन्हित करें जो अवैध धंधों से कमाई कर रहे हैं और उनके खिलाफ कुर्की का प्रस्ताव समर्पित करें। लेकिन 22 थानों के प्रभारी न तो प्रस्ताव जमा कर सके, न ही आदेश की अनदेखी पर कोई जवाब दिया।
इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए SSP ने सभी 22 पुलिस अधिकारियों का वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया है। साथ ही आदेश दिया है कि तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण दें और कम से कम दो मामलों में प्रस्ताव प्रस्तुत करें, अन्यथा आगे और कठोर कार्रवाई की जाएगी।
लापरवाह थानाध्यक्षों की पूरी सूची सार्वजनिक
पुलिस अधीक्षक ने 22 अधिकारियों के नाम सार्वजनिक कर यह स्पष्ट संकेत दिया है कि अब किसी भी स्तर की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लिस्ट में नगर, दरियापुर, खैरा, बनियापुर, जलालपुर, मकेर, इसुआपुर, तरैया, पहलेजा समेत तमाम थानों के प्रभारी शामिल हैं।
जवाबदेही तय करने की पहल, अपराधियों की कमर टूटेगी
एसएसपी का यह कदम न केवल पुलिस विभाग में जवाबदेही की संस्कृति लाने वाला है, बल्कि सारण में सक्रिय संगठित अपराध और माफिया नेटवर्क को आर्थिक रूप से तोड़ने की दिशा में भी बड़ी पहल है। अगर थानों का सहयोग मिला, तो जल्द ही अवैध रूप से संपत्ति अर्जित करने वालों पर व्यापक कुर्की कार्रवाई हो सकती है।
तिरहूत न्यूज़ की विशेष पड़ताल जारी रहेगी
तिरहूत न्यूज़ इस पूरे अभियान पर लगातार निगरानी रखेगा और आने वाले दिनों में यह जांचेगा कि SSP के आदेश के बाद कितने थानाध्यक्षों ने कितनी कार्रवाई की, कितनी संपत्ति कुर्क हुई और किन माफिया नेटवर्क पर इसका असर पड़ा।