

स्पेशल स्टोरी | तिरहूत न्यूज़
मुजफ्फरपुर पुलिस की सटीक कार्रवाई: एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाला अंतर जिला गिरोह धरा गया
तीन घंटे में खुला राज, लाखों की ठगी करने वाले दो साइबर ठग गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर, 25 मई 2024 | रिपोर्ट – तिरहूत न्यूज़ डेस्क
मुजफ्फरपुर में एटीएम कार्ड बदलकर आम लोगों को ठगने वाले अंतर जिला गिरोह का पर्दाफाश हो गया है। घटना को अंजाम देने के महज 3 घंटे के भीतर पुलिस ने दो शातिर अपराधियों को धर दबोचा और गिरोह की गतिविधियों का खुलासा किया। ये गिरोह कई जिलों में सक्रिय था और भोले-भाले लोगों का एटीएम कार्ड बदलकर उनके खातों से मोटी रकम उड़ा लेता था।
घटना की शुरुआत – एक महिला पीड़िता का साहसिक कदम
24 मई 2025 को एक महिला जूही प्रवीन, निवासी मोहद्दीपुर, मुजफ्फरपुर ने काजी मोहम्मदपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि किसी ने धोखे से उनका एटीएम कार्ड बदल दिया और ₹1,35,000 की अवैध निकासी कर ली। शिकायत मिलते ही मुजफ्फरपुर पुलिस एक्टिव हुई और मामले को गंभीरता से लेते हुए एक टीम गठित की।
ऑपरेशन: 3 घंटे में गिरफ्तारी
जांच टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शहर के अलग-अलग हिस्सों में छापेमारी की और दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया:
• आशिष कुमार, पिता–संजय कुमार, निवासी गोन्द्रस, थाना हिसुआ, जिला नवादा
• दीपक कुमार, पिता–आशिष सिंह, निवासी बथौल, थाना बजीरगंज, जिला गया
इनके पास से 10,200 रुपये नकद, तीन एटीएम कार्ड, तीन फर्जी SMS स्लिप और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया।
गिरोह का नेटवर्क – कई जिलों में फैला जाल
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार अपराधी एक सक्रिय गिरोह का हिस्सा हैं, जो बिहार के विभिन्न जिलों में घूम-घूमकर एटीएम कार्ड की अदला-बदली कर लोगों को ठगता था। इनका तरीका बहुत शातिराना था – एटीएम बूथ में मदद का नाटक कर लोगों से पिन देखना और फिर कार्ड बदल लेना। इसके बाद उनके खाते से रकम निकाल ली जाती थी।
बरामद सामान:
• नकद राशि: ₹10,200
• फर्जी एटीएम कार्ड: 03
• फर्जी SMS स्लिप: 03
• मोबाइल फोन: 01
पुलिस का बयान:
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेश पर गठित विशेष टीम ने तत्परता दिखाते हुए इस गिरोह की कमर तोड़ दी है। बाकी सदस्यों की तलाश जारी है और लगातार छापेमारी की जा रही है।
तिरहूत न्यूज़ विशेष टिप्पणी:
यह कार्रवाई सिर्फ एक घटना का समाधान नहीं है, बल्कि यह एक संकेत है कि साइबर अपराधियों के खिलाफ पुलिस की सतर्कता कितनी बढ़ी है। डिजिटल युग में जहाँ एक तरफ तकनीक जीवन को आसान बना रही है, वहीं अपराधी इसका दुरुपयोग कर लोगों की मेहनत की कमाई लूटने में लगे हैं। ऐसे में जागरूकता और सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है।
क्या करें ताकि आप ऐसे साइबर ठगों का शिकार न बनें?
• एटीएम इस्तेमाल करते समय आसपास सतर्क रहें।
• किसी अजनबी से मदद न लें।
• अपना पिन कभी भी किसी को न बताएं।
• ट्रांजेक्शन के तुरंत बाद SMS या बैंक ऐप से स्टेटस जांचें।
• संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत बैंक और पुलिस को सूचित करें।
रिपोर्ट: तिरहूत न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम