

PMCH में रेप पीड़िता की मौत: सरकार ने मानी लापरवाही, PMCH और SKMCH के डॉक्टरों पर गिरी गाज
📍 मुजफ्फरपुर/पटना | तिरहूत न्यूज़ विशेष रिपोर्ट | 3 जून 2025
मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी प्रखंड की रेप पीड़ित 9 वर्षीय दलित बच्ची की मौत मामले में बिहार सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। स्वास्थ्य विभाग ने स्वीकार किया है कि इलाज में लापरवाही हुई, जिसके चलते मासूम की जान चली गई। सरकार ने इसे गंभीर मानते हुए पीएमसीएच और एसकेएमसीएच के चिकित्सकों पर त्वरित अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।
हटाए गए पीएमसीएच के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अभिजीत
बिहार स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि पीएमसीएच में रेफरल के बाद बच्ची को समुचित इलाज नहीं मिल सका। प्रथम दृष्टया चिकित्सा प्रबंधन में लापरवाही सामने आई है। इस कारण पीएमसीएच के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अभिजीत को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया है।
SKMCH की डॉ. विभा रानी निलंबित
वहीं दूसरी तरफ, श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH), मुजफ्फरपुर की डॉ. विभा रानी को भी निलंबित कर दिया गया है। विभागीय पत्र में कहा गया है कि रेफरल पॉलिसी के अनुपालन में चूक और कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही के चलते यह निर्णय लिया गया है। बच्ची के इलाज में संवेदनशीलता नहीं बरती गई, जो चिकित्सा आचरण के खिलाफ है।
क्या है पूरा मामला?
घटना 26 मई की है, जब मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी थाना क्षेत्र में 9 साल की दलित बच्ची से बलात्कार किया गया। आरोपी ने उसकी गर्दन और पेट पर कई बार चाकू से हमला किया। गंभीर हालत में बच्ची को SKMCH लाया गया, फिर पटना रेफर किया गया, लेकिन PMCH में घंटों इलाज नहीं मिला। परिजनों के अनुसार, तीन से चार घंटे तक बच्ची को बेड नहीं मिला और एंबुलेंस में ही उसकी हालत और बिगड़ गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
तेजस्वी यादव ने की फांसी की मांग
इस संवेदनशील मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पीड़िता के परिजनों से मिलने कुढ़नी पहुंचे। उन्होंने कहा कि “बिहार में अपराध बेलगाम हो चुका है और सरकार केवल अपनी कुर्सी बचाने में लगी है।” तेजस्वी ने आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग की और मृतका के दोनों भाइयों को सरकारी नौकरी दिलाने की बात रखी।
सरकार के संज्ञान में मामला, जांच जारी
बिहार सरकार ने कहा है कि इस मामले की विस्तृत जांच कराई जा रही है। दोषी अधिकारियों और चिकित्सकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
📌 तिरहूत न्यूज़ की अपील:
इस हृदयविदारक घटना ने राज्य की चिकित्सा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। ज़रूरत है कि स्वास्थ्य ढांचे में जवाबदेही लाई जाए और पीड़ित परिवार को न्याय मिले।
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