

मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर थाना क्षेत्र स्थित भवानी डीह से शराब के आरोप में गिरफ्तार युवक बालेंद्र राय की गुरुवार को मौत हो गई। मौत से पहले कोर्ट ले जाते समय उसकी तबीयत बिगड़ गई और मुंह से खून निकलने लगा। परिजनों का आरोप है कि हिरासत में बेरहमी से पिटाई की गई, जिससे उसकी जान चली गई। इस घटना से इलाके में तनाव और आक्रोश है, जबकि पुलिस विभाग खुद को बचाने की कोशिश में जुटा है।
प्रमुख बिंदु :
• बुधवार को उत्पाद विभाग ने भवानी डीह से बालेंद्र राय को शराब के मामले में किया था गिरफ्तार
• गुरुवार को कोर्ट ले जाते समय अचानक तबीयत बिगड़ी, मुंह से निकला खून
• सदर अस्पताल में इलाज के दौरान डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
• परिजनों ने पुलिस पर हिरासत में पिटाई कर हत्या का लगाया आरोप
• राजद ने सोशल मीडिया पर सरकार और प्रशासन को घेरा, मांगी न्यायिक जांच
• इलाके में तनाव, ग्रामीणों ने किया विरोध, न्याय की उठी मांग
• पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने में जुटी, जांच का भरोसा दे रही प्रशासन
• उत्पाद विभाग ने पिटाई के आरोपों को नकारा, तबीयत बिगड़ने की बात कही
राजनीतिक प्रतिक्रिया :
घटना के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से बयान जारी करते हुए सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। पार्टी ने मृतक के परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
सवाल और जांच :
परिजनों और स्थानीय लोगों के सवाल हैं —
• हिरासत में रहते हुए युवक की तबीयत इतनी क्यों बिगड़ी?
• क्या वाकई पुलिस ने पिटाई की थी या कोई अन्य कारण था?
• अगर समय रहते अस्पताल पहुंचाया गया था तो मौत कैसे हो गई?
अब सभी की निगाहें पोस्टमार्टम रिपोर्ट और आंतरिक जांच रिपोर्ट पर टिकी हुई हैं, जिससे सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।
निष्कर्ष :
बालेंद्र राय की मौत ने एक बार फिर पुलिस हिरासत में होने वाली मौतों और उत्पाद विभाग की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा कर दिया है। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक यह सवाल बना रहेगा कि आखिर सच्चाई क्या है। तिरहूत न्यूज़ इस मामले की हर अपडेट पर नज़र रखे हुए है।