“ऑपरेशन सिंदूर से दिया गया जवाब, सबूत दुश्मन ने दे दिया: मुजफ्फरपुर में बोले उपराष्ट्रपति धनखड़”

Tirhut News

मुजफ्फरपुर, 24 जून – भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को मुजफ्फरपुर में ललित नारायण मिश्रा कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट के स्थापना दिवस समारोह में कहा कि भारत ने पहलगाम हमले का जवाब “ऑपरेशन सिंदूर” के माध्यम से दिया और इसका प्रमाण खुद दुश्मन ने दे दिया है। उन्होंने इस मौके पर आपातकाल, सामाजिक न्याय, बिहार की गौरवशाली विरासत और प्रधानमंत्री मोदी सरकार की उपलब्धियों पर भी विस्तार से बात की।


भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को मुजफ्फरपुर स्थित ललित नारायण मिश्रा कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट के स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपना वक्तव्य दिया।


धनखड़ ने कहा,

“भारत ने पहलगाम हमले का जवाब श्रेष्ठ मापदंडों के आधार पर ऑपरेशन सिंदूर से दिया। जिन्हें सबक सिखाना था, उन्हें सही तरीके से सिखाया गया। आज कोई सबूत नहीं मांगता, क्योंकि सबूत दुश्मन ने खुद दे दिया।”

उन्होंने आपातकाल को याद करते हुए कहा कि


“25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में याद रखा जाएगा। लोकतंत्र की हत्या उस समय खुलेआम हुई थी। युवाओं को लोकनायक जयप्रकाश नारायण से प्रेरणा लेनी चाहिए, जिन्होंने आपातकाल में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए आवाज़ उठाई थी।”


उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी सरकार के 10 वर्षों के कार्यकाल को आर्थिक प्रगति और बुनियादी ढांचे के लिहाज से ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा:

“भारत आज दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है, जो पहले 11वें स्थान पर था। युवा पीढ़ी के पास आज नए और अनगिनत अवसर उपलब्ध हैं।”


उन्होंने नई शिक्षा नीति की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह राष्ट्र निर्माण और चरित्र निर्माण को बढ़ावा देती है। साथ ही कहा कि

“शिक्षा कभी व्यवसाय नहीं रही, यह मूल्य आधारित रही है।”

बिहार के गौरव की बात करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा:

“यह वही भूमि है जहां बुद्ध, महावीर, और गांधी का आंदोलन जन्मा। नालंदा विश्वविद्यालय की समृद्ध विरासत दुनिया के किसी भी आधुनिक विश्वविद्यालय से बड़ी है।”सामाजिक न्याय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि

“मेरा सौभाग्य है कि मैं मंडल आयोग लागू होने के समय मंत्री था और आज कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने पर सभापति हूं।”

इस अवसर पर उन्होंने कॉलेज परिसर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत अपनी माता केसरी देवी और पिता गोकल चंद की स्मृति में पौधारोपण किया।


इसके साथ ही उन्होंने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्रा की 88वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

बिहार आगमन पर उपराष्ट्रपति का स्वागत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, और अन्य मंत्रियों ने पटना एयरपोर्ट पर किया।

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