
नाग पंचमी पर समस्तीपुर में अनोखा नज़ारा, नदी से निकाले गए सैकड़ों सांप – श्रद्धालु कंधे पर उठाकर घुमाए गांव
📍 समस्तीपुर से तिरहूत न्यूज़ ब्यूरो रिपोर्ट
नाग पंचमी के अवसर पर बिहार के समस्तीपुर जिले में एक अद्भुत और हैरान कर देने वाला नज़ारा देखने को मिला। जिले के सिंघिया प्रखंड में श्रद्धालुओं ने बूढ़ी गंडक नदी से सैकड़ों जीवित साँपों को निकाला और उन्हें गांव-गांव कंधे पर उठाकर घूमाया। यह परंपरा कोई नई नहीं, बल्कि लगभग 200 वर्षों से चली आ रही है।
इस विशेष आयोजन में बिशहर देवता की पूजा की जाती है, जिन्हें सर्पों के देवता के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि इस दिन भक्तों द्वारा मांगी गई मन्नतें अवश्य पूरी होती हैं।
कहाँ-कहाँ होता है आयोजन?
समस्तीपुर जिले के सिंघिया, रोसड़ा, खानपुर, दलसिंहसराय, उजियारपुर और विद्यापति नगर जैसे क्षेत्रों में नाग पंचमी पर विशेष आयोजन होता है। इन स्थानों पर मेलों का भी आयोजन होता है, जहां सैकड़ों लोग सर्प पूजन देखने और दर्शन के लिए उमड़ते हैं।
खानपुर प्रखंड के मनवाड़ा गांव में भी बीते 60 वर्षों से यह मेला लगातार आयोजित हो रहा है। यहां लोग पूरे श्रद्धा और भक्ति भाव से सर्पों की पूजा करते हैं और नाग देवता से सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।
श्रद्धा और आस्था का प्रतीक
स्थानीय लोगों का मानना है कि यह मेला और सर्प पूजन न केवल उनकी आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह समस्तीपुर की सांस्कृतिक पहचान भी बन चुका है। यहां नाग पंचमी केवल एक पर्व नहीं, बल्कि नागों का महा मेला बन गया है।
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