
📍 लोकेशन: समस्तीपुर | रिपोर्ट: रामरूप राय
समस्तीपुर जिले के पटोरी थाना क्षेत्र अंतर्गत चक साहो पंचायत के चंद्रपुरा धोबी घाट पर रविवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया। भुल्लू सहनी, जो जन्म से सूरदास (नेत्रहीन) थे और अब तक दर्जनों डूबे हुए शवों को खोज चुके थे, खुद नाव खोजने के क्रम में बाया नदी में डूब गए।
घटना के अनुसार, बाढ़ के पानी में बह गई नाव को खोजने के लिए भुल्लू सहनी अपने चार साथियों के साथ नदी में उतरे थे। उनके तीन साथी—सकलदीप सहनी, नंदा सहनी और अर्जुन सहनी—बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन भुल्लू सहनी नदी में लापता हो गए।
जैसे ही यह खबर फैली, चंद्रपुरा धोबी घाट पर हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों की आँखें उस व्यक्ति के लिए नम हो गईं जिसने दूसरों की जिंदगी और शव तलाशने में कभी पीछे नहीं हटे। भुल्लू सहनी की खास बात थी कि वे सूरदास होने के बावजूद नदी में शव की सटीक लोकेशन बता देते थे। इस अद्वितीय क्षमता के लिए उन्हें बिहार सरकार की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों प्रशस्ति पत्र और चेक देकर सम्मानित भी किया गया था।
घटना की सूचना पर मोहिउद्दीन नगर विधायक राजेश कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की और SDRF टीम को बुलाकर शव की खोज कराने का निर्देश दिया।
घटना के बाद भुल्लू सहनी की मां ऊष्मा देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। गांव और क्षेत्र में शोक की लहर है।