
नीतीश सरकार के खिलाफ भूमिहार ब्राह्मण समाज का आक्रोश फूटा, लंगट सिंह कॉलेज से निकाला विशाल जनआक्रोश मार्च
मुजफ्फरपुर | दीक्षा कुमारी
भूमिहार ब्राह्मण समाज का आक्रोश गुरुवार को सड़कों पर साफ नजर आया। 7 अगस्त को लंगट सिंह महाविद्यालय से समाज के सैकड़ों लोगों ने ‘विराट भूमिहार ब्राह्मण जनआक्रोश यात्रा’ निकाली, जो शहर के विभिन्न चौक-चौराहों से गुजरती हुई समाहरणालय (डीएम कार्यालय) पहुंची। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार जातीय समीकरण के नाम पर भूमिहार ब्राह्मण समाज की उपेक्षा कर रही है और सुनियोजित साजिश के तहत इस समाज को समाप्त करने की कोशिश कर रही है। समाज के लोगों ने कहा कि “नीतीश कुमार भूमिहार ब्राह्मण को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन हम उन्हें सत्ता से खत्म कर देंगे।”
शिक्षा, रोजगार और सम्मान को लेकर नाराजगी
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि आज भी भूमिहार समाज के युवाओं को शिक्षा, नौकरी और प्रशासनिक सेवाओं में उचित भागीदारी नहीं मिल रही है। समाज के वरिष्ठजनों ने आरोप लगाया कि जाति आधारित जनगणना और आरक्षण के नाम पर सरकार समाज को बांटने का काम कर रही है।
डीएम कार्यालय पर सौंपा ज्ञापन
जनआक्रोश यात्रा डीएम कार्यालय पर समाप्त हुई, जहां समाज के प्रतिनिधियों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने समय रहते समाज की मांगों पर गौर नहीं किया, तो प्रदेशभर में बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
“अब या तो अधिकार मिलेगा, या निर्णायक संघर्ष होगा”
समाज के नेताओं ने कहा कि यह आंदोलन केवल मुजफ्फरपुर तक सीमित नहीं रहेगा। अब हर जिले, हर प्रखंड में भूमिहार ब्राह्मण समाज अपने अधिकारों के लिए सड़क पर उतरेगा। यात्रा में शामिल युवाओं और बुजुर्गों ने कहा — “अब याचना नहीं, रण होगा। जीवन जय या कि मरण होगा।”