
मुजफ्फरपुर | तिरहुत न्यूज
श्रीयांश इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल, मुजफ्फरपुर में रविवार को आयोजित कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने जलवायु परिवर्तन और उसके स्थानीय समाधान पर चर्चा की। बैठक में पाँच प्रमुख विषयों— बाढ़ अनुकूलन क्षमता, जल संसाधन प्रबंधन, अपशिष्ट प्रबंधन, युवा-प्रेरित जलवायु नवाचार और सतत कृषि पर विशेष फोकस रहा।
लैब टेक्नीशियन की छात्रा निशा कुमारी ने कहा कि “बाढ़ केवल बारिश का नतीजा नहीं है, बल्कि नालियों के जाम होने से हालात और बिगड़ जाते हैं।” वहीं ऑपरेशन असिस्टेंट के छात्र विवेक कुमार ने पशुओं के संरक्षण और जैव विविधता की रक्षा की जरूरत पर जोर दिया।
संस्था के संचालक अभिषेक कुमार ने कहा कि “बिहार सरकार ने 2028 तक राज्य में 20% हरित आवरण हासिल करने का लक्ष्य रखा है। बार-बार की बाढ़ और सूखा बच्चों की शिक्षा व स्वास्थ्य पर गहरा असर डालते हैं। युवाओं की सक्रिय भागीदारी के बिना समाधान संभव नहीं है।”
संस्था की निदेशक प्रिया ठाकुर ने कहा कि “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेकर जलवायु समाधान तक, नवाचार में युवा अग्रणी हैं। हमें स्वच्छ ऊर्जा अपनाने की दिशा में आगे बढ़ना होगा।”